अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले वीकेंड में यह मैसेज देने की योजना बना रहे हैं कि वह 2024 के लिए रिपब्लिकन्स के संभावित नॉमिनी हैं. न्यूज वेबसाइट Axios ने अपनी एक रिपोर्ट में ट्रंप के शीर्ष सहयोगियों के हवाले से यह बात कही है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि रविवार को ऑरलैंडो में ट्रंप की कन्जर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC) स्पीच को यह दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है कि उनका पार्टी पर नियंत्रण बरकरार है, भले ही वह 2024 में राष्ट्रपति चुनाव की रेस में उतरें या नहीं.
एक एडवाइजर, जिसका नाम नहीं बताया गया है, ने ट्रंप की स्पीच को ‘ताकत का प्रदर्शन’ बताया और कहा कि मैसेज यह होगा- ‘’भले ही मेरे पास ट्विटर या ऑवल ऑफिस नहीं है, लेकिन मैं अभी भी ताकतवर हूं.’’
वहीं, जेसन मिलर नाम के एक अन्य एडवाइजर के हवाले से कहा गया है, ''ट्रंप प्रभावी रूप से रिपब्लिकन पार्टी हैं. जब आप ट्रंप पर हमला करते हैं, तो आप रिपब्लिकन पार्टी की जड़ों पर हमला कर रहे हैं.''
रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ रिपब्लिकन जिन्होंने चुनाव के बाद से ट्रंप के खिलाफ रुख दिखाया है, उन्होंने अपने गृह राज्यों में आलोचना और चुनौतियों का सामना किया है. इनमें रिपब्लिकन पार्टी के हाउस के वे सदस्य हैं, जिन्होंने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए वोट किया था, और वे सीनेटर भी शामिल हैं, जिन्होंने ट्रंप को दोषी ठहराने के लिए वोट किया था.
एक सर्वे के मुताबिक, रिपब्लिकन पार्टी पर ट्रंप की पकड़ अभी भी बरकरार है. सफोल्क यूनिवर्सिटी और यूएसए टुडे की नई पोलिंग से सामने आया कि ट्रंप अपनी पार्टी बनाते हैं तो भी उनके 46 फीसदी वोटर उनका साथ देंगे, जबकि 42 फीसदी ने कहा कि ट्रंप के महाभियोग ने उनके समर्थन को मजबूत किया है.
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