रविवार, 3 अप्रैल को यूक्रेन (Ukraine) के खार्किव में रूसी हमलों के बाद 7 लोग मारे गए और 34 नागरिक घायल हुए हैं. वहीं बूचा शहर में नागरिकों पर हो रहे अत्याचारों के सबूतों से यूक्रेन की खतरनाक तस्वीर नजर आ रही है. राजधानी के उत्तर-पश्चिम में स्थित शहर बूचा में रूसी सैनिकों के हटने के कुछ दिनों बाद भी यार्ड और रोडवेज में लाशें मिलीं. मरने वालों की संख्या इतनी अधिक थी कि स्थानीय अधिकारियों ने दफनाने के लिए एक चर्च के बाहर सामूहिक कब्र खोदा.
यूक्रेन के प्रोजीक्यूटर जनरल, इरीना वेनेडिक्टोवा ने रविवार, 3 अप्रैल को एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि कीव से 410 नागरिकों की लाशें बरामद की गईं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि हमें नष्ट किया जा रहा है, और यह 21वीं सदी के यूरोप में हो रहा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक एक आदमी शहर के बीचो-बीच चौराहे पर एक कुचली हुई कार में मरा हुआ पाया गया. इसके अलावा एक और आदमी सड़क के किनारे पड़ा मिला, जिसके सिर के पिछले हिस्से में गोली लगी हुई थी और उसकी साइकिल बगल में पड़ी हुई थी.
ग्लोबल लीडर्स ने की निंदा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इरपिन और बुचा में निर्दोष नागरिकों के खिलाफ रूस द्वारा किए गए हमलों की निंदा की.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रों ने कहा कि रूसी अधिकारियों को इन अपराधों के लिए जवाब देना होगा. पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुस्ज मोराविएकी ने बुचा और कीव के आसपास के अन्य शहरों में रूसी सेना की कार्रवाई को नरसंहार के कार्य कहा है.
यूक्रेन के अधिकारियों के मुताबिक रूसी मिसाइलों ने ओडेसा और मायकोलाइव के काला सागर बंदरगाह शहरों पर हमला किया.
बूचा के मेयर ने शनिवार को कहा था कि रूसी सेना द्वारा एक महीने के लंबे कब्जे के दौरान 300 नागरिक मारे गए. रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक शहर में सामूहिक कब्रगाह बन चुका है.
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