तो मोरेटोरियम का विकल्प चुनने से क्या होगा?
इससे आपको तीन महीने की राहत मिल जाएगी. मतलब कि आपको तीन महीने तक इंस्टॉलमेंट नहीं देनी होगी. लेकिन मोरेटोरियम के दौरान बैंक आउटस्टैंडिंग प्रिंसिपल पर ब्याज लेंगे. इसका मतलब ये है कि पेमेंट पीरियड छह से 15 महीनों तक बढ़ सकता है. या फिर EMI अमाउंट बढ़ सकता है.
क्या मोरेटोरियम मददगार है?
अगर आप पैसे की किल्लत से जूझ रहे हैं तो ये आपके लिए राहत साबित होगा. लेकिन मौटे तौर पर आप ज्यादा ही भुगतान करेंगे. इसके कई कारण हैं, जैसे कि साल के शुरुआत का ब्याज EMI का सबसे बड़ा हिस्सा होता है. हालांकि जिन लोगों के लोन पुराने हैं, उन पर मोरेटोरियम का प्रभाव कम होगा.
आपको क्या करना चाहिए?
फैसला लेने से पहले अपने बैंक से बात कहिए. वो आप को लोन के भुगतान के बारे में ज्यादा अच्छे से बता पाएंगे.
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