भारत ने एशियन गेम्स में मंगलवार को तीसरा गोल्ड जीता. पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा में 16 साल के सौरभ चौधरी ने भारत के लिए गोल्ड जीता. खास बात ये है कि निशानेबाज सौरभ ने एशियन गेम्स में एंट्री के साथ ही गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया.
कौन हैं ‘गोल्डन शूटर’ सौरभ चौधरी?
- मेरठ के कलीना गांव के रहने वाले हैं सौरभ चौधरी
- साल 2002 में जन्मे सौरभ अभी कुल 16 साल के हैं
- सौरभ ने साल 2015 में रखा था निशानेबाजी में कदम
- बागपत के पास बेनोली में अमित शेरोन अकादमी में निशानेबाजी के गुर सीखे
- अब वह तुगलकाबाद में नेशनल लेवल की ट्रेनिंग लेते हैं
- चौधरी ने कोच जसपाल राणा की देखरेख में कोचिंग ली है
- उन्होंने जर्मनी के जूनियर वर्ल्डकप में 3 गोल्ड जीते थे
- एशियन गेम्स में एंट्री के साथ ही 10 मीटर एयर पिस्टल में जीता गोल्ड
- एशियन गेम्स के इतिहास में गोल्ड जीतने वाले भारत के पांचवें निशानेबाज बने
गोल्ड से हुई तीसरे दिन की शुरुआत
सौरभ ने भारत के लिए तीसरे दिन गोल्ड मेडल से अच्छी शुरुआत की. यह भारत के खाते में आया तीसरा गोल्ड मेडल है. सौरभ ने एशियन गेम्स में इस स्पर्धा का रिकॉर्ड तोड़ते हुए कुल 240.7 अंक हासिल किए और गोल्ड जीता. फाइनल में पहले पांच निशानों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए सौरभ दूसरे स्थान पर थे. इसके बाद उन्होंने अपनी लय बरकरार रखते हुए टॉप-3 खिलाड़ियों में जगह बनाई.
साल 2015 में निशानेबाजी में कदम रखने वाले सौरभ ने अपने दोनों निशाने जापान के तोमोयुकी मात्सुदा से बेहतर लगाते हुए गोल्ड जीता. तोमोयुकी को ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ. इससे पहले, क्वालिफिकेशन में सौरभ ने 586 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया था.
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