भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन बरकरार रखते हुए काठमांडू में जारी साउथ एशियाई खेलों में लगातार तीसरी बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने सोमवार 9 दिसंबर को यहां खेले गए फाइनल मैच में मेजबान नेपाल ने 2-0 से हराकर लगातार तीसरी बार गोल्ड मेडल जीत लिया. भारत की इस जीत में बाला देवी का अहम योगदान रहा, जिन्होंने दोनों गोल दागे.
29 साल की रतनबाला देवी टूर्नामेंट की टॉप स्कोरर रहीं. उन्होंने चार मैचों में 6 गोल किए.
भारतीय टीम ने इस खिताबी मुकाबले में आक्रामक शुरुआत की और रतनबाला देवी के 18वें मिनट में किए गए गोल की मदद से 1-0 की बढ़त बना ली. इसके बाद नेपाल की टीम ने भी अच्छे मौके बनाए, लेकिन भारतीय गोलकीपर अदिती चौहान ने मेजबान टीम को बराबरी हासिल करने से रोके रखा.
अदिती की शानदार गोलकीपिंग के कारण भारत ने टूर्नामेंट के पांच मैचों में एक भी गोल नहीं खाया. भारतीय टीम ने इसके बाद हाफ टाइम तक अपनी इस बढ़त को कायम रखा.
भारतीय टीम ने दूसरे हाफ में भी अपना आक्रामक खेला जारी रखा और 56वें मिनट में बाला देवी के एक और गोल की मदद से स्कोर को 2-0 तक पहुंचा दिया.
भारतीय टीम ने इस स्कोर को अंत तक कायम रखते हुए लगातार तीसरी बार गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया.
कुश्ती में भी भारत का जलवा
वहीं कुश्ती में भी भारतीय पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन किया. गौरव बालियान और अनिता शेरोन के अंतिम दिन जीते गए गोल्ड मेडल की मदद से भारतीय पहलवानों ने 13वें साउथ एशियन खेलों की कुश्ती स्पर्धा में सभी 14 गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिए.
बालियान ने पुरुषों के 74 किलोग्राम भार वर्ग में जबकि शेरोन ने महिलाओं की 68 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड जीता. उनके इस प्रदर्शन के दम पर भारत ने सभी 14 वर्गो में गोल्ड जीता. इनमें भारतीय पुरुष और महिला पहलवानों ने 7-7 गोल्ड मेडल जीते.
इससे पहले, रविवार को रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक(62 किग्रा), रविंद्र (61 किग्रा), अंशु (59 किग्रा) और पवन कुमार (86 किग्रा) ने अपने-अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे.
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