ADVERTISEMENTREMOVE AD

निशानेबाजी के लिए घरवालों से ‘बगावत’ कर बैठे थे सौरभ चौधरी 

सौरभ का निशानेबाजी का सफर घरवालों से बगावत के साथ शुरू हुआ था.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

एशियाई खेलों में भारत के लिए गोल्ड जीतने वाले सबसे युवा एथलीट 16 साल के निशानेबाज सौरभ चौधरी का निशानेबाजी का सफर घरवालों से बगावत के साथ शुरू हुआ था. सौरभ ने जब घरवालों को बताया कि वह निशानेबाजी करना चाहते हैं, तो उनके घर वाले इसके खिलाफ नजर आए.

सौरभ को तो निशानेबाजी करनी थी, इसीलिए उन्होंने घरवालों को मनाने के लिए खाना-पीना छोड़ दिया. अंत में थक-हारकर घरवालों ने उन्हें इसकी इजाजत दे ही दी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सौरभ ने इंडोनेशिया के जकार्ता में जारी 18वें एशियाई खेलों के तीसरे दिन मंगलवार को पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड जीता. सौरभ ने एशियाई खेलों में इस स्पर्धा का रिकॉर्ड तोड़ते हुए कुल 240.7 अंक हासिल किए.

जिद पर अड़ा था सौरभ

सौरभ के पिता जगमोहन चौधरी ने बताया कि उन्होंने सौरभ को निशानेबाजी के लिए मना कर दिया था. इसके बाद सौरभ नाराज हो गया और जिद पर अड़ गया. ऐसे में परिवार को उसकी जिद मानकर हां कहनी पड़ी.

बेटे की सफलता से खुश पिता ने कहा, "उसने 2015 में निशानेबाजी शुरू की. पास-पड़ोस में कुछ बच्चे हैं. उनको देखकर उसको शौक हुआ. उसने आकर घर पर कहा, लेकिन हमने मना किया. हमने कहा कि पढ़ाई पर ध्यान दो. पढ़ाई और खेल साथ-साथ नहीं चल सकते, फिर वो नाराज हो गया. खाना भी नहीं खाया. तो फिर हमने कहा कि ठीक है कर लो. हमने भी सोच लिया कि जो होगा, सो होगा. इसे निशानेबाजी करने देते हैं. इसके बाद तो वह रुका नहीं."

सौरभ अभी 10वीं क्लास में है. उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार ने नौकरी देने का भी ऐलान कर दिया है. सौरभ के पिता ने कहा कि उन्हें अपने बेटे के पदक जीतने की उम्मीद थी.

जगमोहन ने कहा, "पिछले दो साल से वह जहां भी खेला है, लगभग हर जगह से पदक के साथ लौटा है. चाहे वो राष्ट्रीय स्तर हो या अंतर्राष्ट्रीय स्तर, उसने अपनी प्रतिभा के साथ न्याय किया है. इसलिए उम्मीद थी कि एशियन गेम्स से भी वो पदक लेकर आएगा."

सौरभ जब जकार्ता में निशाने पर निशाने लगा रहे थे, तब पूरा परिवार ध्यान से उनका मैच देख रहा था. जगमोहन ने कहा कि मैच के दौरान घरवालों के माथे पर शिकन थी और आखिरी के 3-4 शॉट्स में सौरभ की मां ने डर की वजह से टीवी नहीं देखा.

सौरभ जकार्ता से नई दिल्ली आएंगे और प्रैक्टिस कैम्प में हिस्सा लेकर कोरिया में टूर्नामेंट खेलने जाऐंगे. उनके पिता ने कहा कि जब उनका बेटा लौटकर आएगा, तो उसका जोरदार स्वागत करेंगे.

(इनपुट: IANS)

ये भी पढ़ें - Asian Games 2018: जानिए कौन है 16 साल का ‘गोल्डन शूटर’ सौरभ चौधरी

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×