टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic 2020) में महिला बॉक्सिंग में लवलीना बोरगोहेन सेमीफाइनल में हार गई हैं. लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता है, लवलीना को महिलाओं के वेल्टरवेट (64-69 किग्रा) सेमीफाइनल मैच में तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली ने 0-5 से हराया.
सभी जजों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया और इसके साथ ही लवलीना का फाइनल में जाने का सपना चकनाचूर हो गया और उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा. लवलीना के कांस्य जीतने के साथ ही भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अपना तीसरा पदक हासिल कर लिया है.
सुरमेनेली ने पहले और दूसरे राउंड में सभी पांचों जजों को प्रभावित किया और 10-10 अंक बटोरे, जबकि लवलीना को पांचों जजों से पहले दो राउंड में नौ-नौ अंक मिले, सुरमेनेली तीसरे राउंड में भी लवलीना पर भारी पड़ती दिखीं और उन्होंने तीसरे राउंड में भी सभी जजों से 10-10 अंक लिए. लवलीना को तीसरे राउंड में दो जजों ने नौ-नौ अंक और तीन जजों ने आठ-आठ अंक दिए.
लवलीना ने ताइवान की नेन चिन चेन को 4-1 से हराकर टोक्यो ओलंपिक के 69 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ ही देश के लिए कांस्य पदक पक्का कर लिया था.
लवलीना ने कहा था मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक लाना ही है और मैं उसके लिए तैयारी करूंगी. लेकिन उससे पहले मुझे सेमीफाइनल की बाधा करनी होगी. उन्होंने कहा, था मैं पहले निडर नहीं थी और शुरूआत में काफी डरती थी, लेकिन जब से मैंने खुद के ऊपर विश्वास करना शुरू किया और यह सोचना बंद कर दिया लोग मेरे बारे में क्या कहेंगे, तभी से मैं निडर हो गई.
लवलीना ने कहा, कोरोना के कारण मेरे कुछ टूनार्मेंट मिस हुए और इस कारण प्रतियोगिताएं भी कम हो रही थीत मुझे कोरोना हुआ था जिस वजह से मैंने एक टूनार्मेंट मिस कर दिया. मैंने उस वक्त सोचा कि अगर फाइट नहीं हो रही है तो मैं कैसे तैयारी करूं. लेकिन मेरे कोच और सभी के समर्थन के कारण सबकुछ सही तरह हो सका.
लवलीना के घर पर खुशी का माहौल
लवलीना के कांस्य पदक जीतने के बाद उनके घर पर जश्न का माहौल हो गया है.
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