वीडियो एडिटर: विशाल कुमार
वीडियो प्रोड्यूसर: मौसमी सिंह
रविचंद्रन अश्विन का ‘मैनकेडिंग’ एपिसोड विवादों के घेरे में है. हर किसी की अपनी अलग राय है. वैसे ये कोई नई बात नहीं है क्योंकि इससे पहले जब-जब किसी गेंदबाज ने बल्लेबाज को इस तरह से आउट किया है, क्रिकेट की दुनिया में हलचल मची गई.
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट क्लब का बयान है कि अश्विन ने गेंद फेंकने से पहले काफी लंबा ‘पॉज’ लिया जो खेल भावना के खिलाफ है. बावजूद इसके पूर्व क्रिकेटर और भारतीय टीम के कोच रहे अंशुमान गायकवाड़ किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन के साथ हैं.
मैं तो अश्विन के साथ हूं: गायकवाड़
25 मार्च को अश्विन ने अपने अंतिम ओवर में नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद राजस्थान रॉयल्स के जोस बटलर को बार-बार क्रीज से बाहर निकलने पर बगैर चेतावनी दिए आउट किया था.
क्विंट से खास बातचीत में अंशुमान गायकवाड़ ने कहा,
मैं तो अश्विन के साथ हूं. अश्विन ने बटलर को आउट किया क्योंकि वो बेइमानी कर रहा था. आप गेंद फेंकने के बाद रन के लिए स्टार्ट लें तो फिर भी ठीक है लेकिन गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले ही अगर आप स्टार्ट ले रहे हैं तो ये गलत बात है. इसे ‘चीटिंग’ कहते है. क्रिकेट अब बहुत बदल गया है. अब नियम के दायरे में रहकर अगर आप कुछ करते हैं तो उसमें कोई हर्ज नहीं है.अंशुमान गायकवाड़, पूर्व क्रिकेटर
'वर्ल्ड कप में भी बल्लेबाज रहेंगे सतर्क’
अंशुमान गायकवाड़ का कहना है कि आने वाले टूर्नामेंट्स में इस तरह से बल्लेबाजों को आउट किया जा सकता है. वर्ल्ड कप में भी बल्लेबाजों के दिमाग में ये बात रहेगी. इसमें कोई गुनाह या बेईमानी नहीं है.
क्या वीनू मांकड़ का ‘मैनकेडिंग’ से है कोई रिश्ता?
वीनू मांकड़ बहुत सीनियर थे. वो मेरे पिता के भी सीनियर थे. कुछ ‘स्ट्रीट स्मार्ट’ क्रिकेटर होते हैं. ऐसे खिलाड़ी ये भी देखते हैं कि बल्लेबाज को कैसे ‘डिस्टर्ब’ करना है, कैसे ‘अनसेटल’ करना है. ये सारी छोटी-छोटी बातें बल्लेबाज को अनसेटल करती हैं और गेंदबाज को विकेट मिलता है. मैंने देखा तो नहीं है लेकिन सुना है कि वीनू मांकड़ इसमें बहुत माहिर थे.अंशुमान गायकवाड़, पूर्व क्रिकेटर
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)