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मां की बस में लगी थी ड्यूटी, बेटे अथर्व ने जिता दिया एशिया कप

अथर्व के पिता का 9 साल पहले हो गया था निधन, इसके बाद मां ने नौकरी कर परिवार को संभाला

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भारत-बांग्लादेश के बीच खेले गए एशिया कप-अंडर 19 फाइनल के हीरो रहे मुंबई के अथर्व अंकोलेकर. श्रीलंका के प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारत ने महज 106 रन बनाए थे. लेकिन बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज अथर्व की शानदार गेंदबाजी के चलते बांग्लादेश की टीम सिर्फ 100 रन पर ढेर हो गई. अथर्व ने महज 28 रन देकर 5 विकेट चटकाए और मैन ऑफ द मैच रहे.

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मां का बड़ा योगदान...

अथर्व के पिता का नौ साल पहले निधन हो गया था. जिसके बाद परिवार की जिम्मेदारी मां पर आ गई और उन्होंने बस कंडक्टर की नौकरी शुरू की.

अथर्व की मां ने हिंदी अखबार दैनिक भास्कर को बताया कि जिस दिन फाइनल मैच था, वे ड्यूटी पर थीं. इसलिए मैच नहीं देख पा रही थीं. इस दौरान वे अथर्व के दोस्तों से भारत की पहली पारी का स्कोर पता करती जातीं. जब भारत की बॉलिंग आई, तब तक उनकी ड्यूटी खत्म हो गई और वे घर जाकर मैच देखने लगीं.

अथर्व की मां ने अखबार को बताया कि ‘मैच की बहुत चिंता थी. जब आकाश ने तीन विकेट लिए तब भारत की उम्मीद जगी. इसके बाद अथर्व ने विकेट लेने शुरू किए तो मैच रोमांचक हो गया. आखिरी ओवर में भी गेंदबाजी अथर्व के पास थी. काफी टेंशन थी कि अगर हार गए तो मेरे बेटे पर जिम्मेदारी आएगी. लेकिन अथर्व ने आखिरी विकेट लेकर जीत दिला दी.’

अथर्व ने एशिया कप में 12 विकेट चटकाए और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. अथर्व के खाते में एक शानदार रिकॉर्ड भी है. रिपोर्ट के मुताबिक, महज 10 साल की उम्र में वे एक प्रैक्टिस सेशन में मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को आउट कर चुके हैं.

उनकी बॉलिंग से प्रभावित होकर तेंदुलेकर ने उन्हें हैंड ग्लोव्स भी दिए थे. अथर्व मुंबई के रिजवी कॉलेज के छात्र हैं. उनके छोटे भाई भी अंडर-14 में क्रिकेट खेलते हैं.

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