बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अध्यक्ष नजमुल हसन ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग टीम के भारत दौरे में अड़ंगा डालने की कोशिश कर रहे हैं. बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने हाल में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की थी, लेकिन बाद में बोर्ड ने खिलाड़ियों की मांगों को मानने का भरोसा दिलाया जिसके बाद हड़ताल खत्म हो गई.
हसन ने बांग्लादेश के प्रमुख अखबार 'प्रोथोम आलो' से कहा,
“मैं कह रहा हूं कि मुझे इस बात की पक्की जानकारी है कि भारत दौरे को रद्द करने के लिए ये एक साजिश थी, तो आपको इस बात पर भरोसा करना होगा.”
बांग्लादेश के कुछ खिलाड़ियों ने भारत दौरे से खुद को अलग रखने का फैसला किया है. इनमें जहां तमीम इकबाल दूसरी बार पिता बनने के कारण भारत दौरे पर नहीं जा पाएंगे तो वहीं कुछ खिलाड़ी चोटिल भी हैं.
हसन ने कहा कि तमीम ने पहले एक ही टेस्ट मैच से हटने का फैसला किया था, लेकिन अब वह पूरे दौरे से बाहर हो गए है.
“तमीम ने पहले मुझसे कहा था कि वो सिर्फ दूसरा टेस्ट मैच (कोलकाता- 22 से 26 नवंबर) नहीं खेल पाएंगे क्योंकि इस दौरान वह दूसरी बार पिता बनेंगे. हालांकि खिलाड़ियों के साथ हुई बैठक के बाद वह मेरे कमरे में आए और उन्होंने मुझसे कहा कि वह पूरे दौरे से हटना चाहते है. जब मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों तो वह बोले कि वह नहीं जाना चाहते.”नजमुल हसन, अध्यक्ष बीसीबी
बीसीबी प्रमुख ने कहा कि कुछ और खिलाड़ी भी इस दौरे से अपना नाम वापस ले सकते हैं.
हसन ने कहा,
“यह सब होने के बाद अब अगर मुझे पता चले कि आखिरी वक्त में, जब हमारे पास कोई विकल्प नहीं है, तब किसी अन्य खिलाड़ी ने भी दौरे से अपना नाम वापस ले लिया है तो मुझे बिल्कुल भी हैरानी नहीं होगी.”
उन्होंने कहा, "मैंने फोन लगाकर शाकिब से भी बात की थी. इसके बाद भी अगर वह हट जाते है तो मैं कहां से नया कप्तान लाऊंगा. शायद ऐसे में मुझे पूरा टीम कॉम्बिनेशन बदलना होगा. मैं इन खिलाड़ियों के साथ कर भी क्या सकता हूं."
हसन ने कहा, "मैं उनसे रोजाना बात करता हूं, लेकिन फिर भी हड़ताल पर जाने से पहले उन्होंने इसके बारे में इशारा तक नहीं किया. मुझे लगता है कि उनकी मांगों को मानकर मैंने एक गलती कर दी. मुझे ऐसा कभी नहीं करना था."
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