भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की मानें तो आईसीसी विश्वकप-2019 में आने वाला समय गेंदबाजों और बल्लेबाजों के लिए मुश्किल भरे होने वाले हैं क्योंकि विकेट काफी तेजी से स्लो होते जा रहे हैं. ऐसा माना जा रहा था कि इस बार विश्व कप में बल्लेबाजों का बोलबाला रहेगा लेकिन अब तक हुए मुकाबलों से ऐसा साबित नहीं हो सका.
भारतीय गेंदबाजी के अगुवना बुमराह का मानना है कि टूर्नामेंट की शुरुआत की तुलना में अब विकेट काफी धीमे हो चुके हैं और रन बनाना आसान नहीं रह गया है.
बुमराह ने उदाहरण के तौर पर भारत और श्रीलंका के बीच हुए भारत के अंतिम लीग मैच के बारे में कहा कि यह विकेट उतनी धीमी नहीं हुई, जितना भारतीय थिंक टैंक समझ रहा था.
“किसी दिन कोई बल्लेबाज रन बना सकता है. इसके लिए बल्लेबाज को श्रेय दिया जाना चाहिए लेकिन कुल मिलाकर स्थिति यह है कि विकेट धीमी हो गए हैं.”जसप्रीत बुमराह, भारतीय गेंदबाज
अपने पहले ही वर्ल्ड कप में अभी तक 17 विकेट ले चुके बुमराह पर सेमीफाइनल में एक बार फिर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी होगी. बुमराह ने कहा कि भारतीय गेंदबाज धीमी पिच पर भी अपनी जिम्मेदारियों के लिए पूरी तरह से तैयार है.
बुमराह के मुताबिक,
“हर कोई जिम्मेदारी ले रहा है और अपने स्तर पर पुरजोर प्रयास कर रहा है. हमें खुशी है कि हर कोई अपना योगदान दे रहा है. मोहम्मद शमी, हार्दिक पांड्या और यहां तक मैंने भी विकेट लिए हैं. यह सकारात्मक चिन्ह है. यह स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है और इससे हमें सेमीफाइनल जैसे अहम मुकाबले के दौरान फायदा मिलेगा.”
भारतीय टीम को नौ जुलाई को मैनचेस्टर में न्यूजीलैंड के साथ सेमीफाइनल खेलना है. भारतीय टीम पूरी तरह फिट है और किसी भी खिलाड़ी के चोटिल होने की खबर नहीं है. ये भारत का लगातार तीसरा वर्ल्ड कप सेमीफाइनल होगा.
इससे पहले 2011 में भारत ने मोहाली में हुए सेमीफाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराया था, जबकि 2015 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था.
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