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वॉर्न को कई बार अपने इशारों पर नचाते थे तेंदुलकर: ब्रेट ली

सचिन तेंदुलकर और शेन वॉर्न जब खेला करते थे तो उनके बीच की जंग बहुचर्चित हुआ करती थी

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सचिन तेंदुलकर और शेन वॉर्न जब खेला करते थे तो उनके बीच की जंग बहुचर्चित हुआ करती थी. अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने स्वीकार किया है कि इस जंग में ज्यादातर भारतीय स्टार ही अव्वल साबित हुए, जिन्होंने उनके साथी गेंदबाज को कई बार अपने इशारों पर नचाया.

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तेंदुलकर ने वॉर्न के खिलाफ कई यादगार पारियां खेलीं. उन्होंने वॉर्न के रहते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जो 12 टेस्ट मैच खेले उनमें 60 से ज्यादा औसत से रन बनाए. इसमें 5 शतक और 5 अर्धशतक भी शामिल हैं. वॉर्न की मौजूदगी वाले 17 वनडे में उन्होंने 58.70 के औसत और पांच शतकों की मदद से 998 रन बनाए.  

ब्रेट ली ने वॉर्न और तेंदुलकर के बीच मुकाबले के अलावा खुद इस स्टार बल्लेबाज का विकेट लेने की खुशी को भी बयां किया.

ली ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ‘‘वह (तेंदुलकर) कुछ अवसरों पर विकेट से आगे आकर वॉर्न को शॉर्ट पिच गेंद करने के लिए मजबूर करते थे. कुछ मौकों पर वह बैकफुट पर जाकर गेंद का इंतजार करते और खूबसूरत शॉट खेलते थे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह वॉर्न को अपने इशारों पर नचाने जैसा था. शेन वॉर्न के साथ बहुत कम बल्लेबाज ऐसा कर सकते थे क्योंकि वह बेहद प्रतिभाशाली थे. लेकिन कई अवसरों पर सचिन तेंदुलकर ऐसा करते थे. ’’

ली ने कहा कि तेंदुलकर को आउट करने के लिए वॉर्न कई तरह के वैरिएशन भी अपनाते थे लेकिन भारतीय दिग्गज, गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटते ही उसका सही अनुमान लगाने में माहिर थे और ऐसे में दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले वॉर्न उनके सामने नाकाम रहे.

इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘सचिन जिस तरह गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटते ही उसे समझ जाते थे और कई तरह की गेंदों को खेलने के लिये कई तकनीक का उपयोग करते थे, वो लाजवाब था. वॉर्न कई बार हवा में गेंद को दिशा देने की कोशिश करते थे तो कई बार नहीं. जब भी वह गेंद में वैरिएशन लाते थे, सचिन उसे समझ लेते थे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘वॉर्न ने दुनियाभर के बाकी बल्लेबाजों को परेशानी में डाला लेकिन सचिन बाकी बल्लेबाजों की तुलना में गेंद का सही अनुमान लगाते थे. वॉर्न को इससे नफरत थी. वह वापस आकर कहते थे कि उन्होंने सचिन को आउट करने के लिए अपनी तरफ से हर संभव कोशिश की लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए.’’

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