आईसीसी वर्ल्ड कप-2019 में इंग्लैंड के हाथों मिली हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि टीम अगर बल्ले के साथ अच्छा करती तो मैच का नतीजा कुछ और ही होता. भारत को बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडिय में रविवार 30 जून को वर्ल्ड कप के 38वें मैच में इंग्लैंड के हाथों 31 रनों से हार का सामना करना पड़ा.
मैच खत्म होने के बाद एक बार फिर भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर और खास तौर पर पूर्व कप्तान एमएस धोनी कईयों के निशाने पर आए, लेकिन कोहली ने एक बार फिर उनका बचाव किया.
कोहली ने मैच के बाद कहा कि टीम के पास एक बार मौका था, लेकिन लगातार विकेट गिरने के चलते वो लक्ष्य हासिल नहीं कर पाए.
“मुझे लगता है कि वे (इंग्लैंड) एक समय 360 के करीब जा रहे थे. लेकिन हमने उन्हें उससे पहले ही रोक दिया. अगर हम बल्ले के साथ अच्छा करते तो मैच का परिणाम कुछ और ही होता. मेरा मानना है कि जब पंत और पांड्या क्रीज पर थे तो उस समय हमारे पास मौका था. लेकिन हमने लगातार विकेट गंवाना जारी रखा, जिससे बड़े स्कोर हासिल नहीं किए जा सकते. इस जीत का पूरा श्रेय इंग्लैंड को जाता है.”विराट कोहली, भारतीय कप्तान
मेजबान इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में सात विकेट पर 337 रनों का स्कोर बनाया और फिर भारत को 50 ओवरों में पांच विकेट पर 306 रनों पर रोक दिया. 1992 के बाद यह पहला मौका है जब वर्ल्ड कप के किसी मैच में इंग्लैंड ने भारत को मात दी है.
अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ धीमी बल्लेबाजी के कारण जबरदस्त आलोचना झेल रहे टीम के सबसे अनुभवी सदस्य धोनी के बचाव में कप्तान कोहली ने कहा था कि उन्हें पता होता कि उन्हें क्या करना होता है.
एक बार फिर इंग्लैंड के खिलाफ धोनी तेजी से रन बनाने में नाकाम रहे और दोबारा उनको लेकर सवाल पूछे जाने लगे.
“मुझे लगता है कि धोनी ने बाउंड्री हासिल करने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की, लेकिन विपक्षी टीम के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की. अब हमें अगले मैच के बारे में सोचना होगा और उसमें सुधार करना होगा.”विराट कोहली
40वें ओवर की पहली ही गेंद पर ऋषभ पंत 32 रन बनाकर आउट हो गए. उस वक्त भारत को 65 गेंद पर 112 रन की जरूरत थी. पांड्या ने कुछ बड़े शॉट्स लगाए और रनों की रफ्तार को बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन 45वें ओवर में वो भी आउट हो गए.
पांड्या के आउट होने के साथ ही भारत के लिए जरूरी रन रेट बढ़ता गया. आखिरी 31 गेंदों में टीम को 71 रन की जरूरत थी, लेकिन धोनी और केदार ज्यादा बड़े शॉट्स नहीं लगा पाए और भारतीय टीम सिर्फ 306 रन बना सकी. हालांकि धोनी ने 31 गेंद पर 42 रन बनाए, लेकिन वो नाकाफी रहा.
(IANS इनपुट्स के साथ)
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