वेलिंग्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम की शुरुआत कुछ वैसी ही रही, जैसी आशंका थी. शुक्रवार 21 फरवरी से शुरू हुए पहले टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों के सामने भारतीय बैटिंग टिक नहीं सकी. टी-ब्रेक तक भारतीय टीम सिर्फ 122 रन बना सकी, जबकि उसके 5 विकेट गिर गए. बारिश के कारण टी-ब्रेक से आगे का खेल नहीं हो सका और दिन का खेल खत्म कर दिया गया.
फिलहाल क्रीज पर अजिंक्य रहाणे (38) और ऋषभ पंत (10) मौजूद हैं. दोनों के बीच 21 रन की साझेदारी हो चुकी है.
शॉ की वापसी असफल
बेसिन रिजर्व में भारत की शुरुआत टॉस के वक्त ही खराब रही. वेलिंग्टन के बेहद मुश्किल और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कप्तान विराट कोहली टॉस हार गए और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने बेझिझक गेंदबाजी चुनी.
2018 में टेस्ट डेब्यू के बाद पहली बार पृथ्वी शॉ की भारतीय टीम में वापसी हुई. अपनी घरेलू परिस्थितियों में बेहद घातक गेंदबाज टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट के सामने शॉ ने सकारात्मक शुरुआत की.
शॉ ने अपने ही अंदाज में बैटिंग शुरू की और जल्द ही 2 चौके भी जड़ दिए, लेकिन पहली बार भारत से बाहर खेल रहे शॉ को आखिर उस चुनौती का पता चल ही गया, जिसका डर जताया जा रहा था.
पांचवे ओवर में टिम साउदी की पहली ही गेंद मिडिल और ऑफ स्टंप पर गिरी. शॉ गेंद को ऑन साइड में खेलने के लिए अपने बैट को मोड़ बैठे, लेकिन गेंद हल्की सी आउटस्विंग हुई और शॉ के ऑफ स्टंप को ले उड़ी.
शॉ ने 18 गेंद में 16 रन बनाए और भारत को पहला झटका सिर्फ 16 रन पर लग गया.
मयंक अग्रवाल शुरू से ही बेहद धैर्य और रक्षात्मक अंदाज में बैटिंग करते दिखे. उनका साथ देने आए टीम इंडिया के ‘टेस्ट स्पेशलिस्ट’ चेतेश्वर पुजारा. दोनों ने सधे हुए तरीके से बैटिंग जारी रखी.
जैमीसन के सामने फ्लॉप पुजारा-कोहली
शुरुआत में ज्यादा स्विंग देखने को नहीं मिली, लेकिन धीरे-धीरे कर न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज अपनी लय में आते दिखे और भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी होने लगी. अपना पहला ही मैच खेल रहे लंबे कद के काइल जैमीसन ने खासतौर पर पुजारा को परेशान किया.
जल्द ही उन्हें इसका ईनाम भी मिला. जैमीसन ने सुबह की सबसे खूबसूरत गेंद डाली. लगभग मिडिल स्टंप पर पड़ी जैमिसन की गेंद को पुजारा ने बैकफुट पर डिफेंड करने की कोशिश की, लेकिन गेंद पिच पर पड़ने के बाद बाहर के लिए निकली और पुजारा विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हो गए.
करीब एक घंटा और 42 गेंद की अपनी पारी में पुजारा ने 11 रन बनाए. 35 रन पर भारत का दूसरा विकेट गिरा और क्रीज पर आए कप्तान विराट कोहली. टी20 और वनडे सीरीज में औसत प्रदर्शन के बाद कोहली से टीम को बेहद उम्मीद थी.
मुसीबत में फंसी टीम को निकालने की जिम्मेदारी कप्तान के कंधों पर थी, लेकिन वो इस काम में विफल रहे और जैमीसन की गेंद पर पहली स्लिप में रॉस टेलर के हाथों कैच हो गए. कोहली सिर्फ 2 रन ही बना सके. सिर्फ 40 रन तक ही भारत ने अपने 3 विकेट गंवा दिए थे.
फिर रहाणे से उम्मीद
यहां से मयंक अग्रवाल ने उप-कप्तान अजिंक्य रहाण के साथ एक अहम साझेदारी की. दोनों ने विकेटों के गिरने के सिलसिले को रोका और भारतीय पारी को फिर से खड़ा करने की कोशिश की. दोनों खुलकर रन नहीं बना पाए, लेकिन उन्होंने बिना कोई खतरा उठाए टीम को लड़खड़ाने से बचाया.
दोनों ने लंच तक टीम का और कोई विकेट नहीं गिरने दिया और भारत ने पहले सेशन में 79 रन बनाए. हालांकि लंच के बाद मयंक (34) ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और चोट के बाद वापसी कर रहे ट्रेंट बोल्ट का शिकार हो गए.
छठे नंबर पर टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज साबित हुए हनुमा विहारी (7) भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और जैमीसन का तीसरा शिकार बने.
हालांकि रहाणे ने बिना किसी परेशानी के अपनी पारी को आगे बढ़ाया और टीम को स्थिरता देने की कोशिश की. उनका साथ देने आए ऋषभ पंत. अगस्त 2019 के बाद पहला टेस्ट मैच खेल रहे पंत को ऋद्धिमान साहा की जगह टीम में शामिल किया गया.
पंत को शुरुआत में काफी परेशानी हुई और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने उन्हें कई मौकों पर बीट किया, लेकिन पंत भी डटे रहे और अभी तक गैर-जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट होने के लिए आलोचना झेलने वाले पंत ने इस बार ऐसी कोई गलती नहीं की. पंत ने रहाणे के साथ मिलकर टी-ब्रेक तक और कोई विकेट नहीं गिरने दिया.
भारतीय टीम को एक बार फिर रहाणे से बड़ी उम्मीद है, जो पहले भी न्यूजीलैंड में भारतीय टीम को मुसीबत से निकाल चुके हैं. 2014 की सीरीज में रहाणे ने वेलिंग्टन के इसी मैदान में मुश्किल हालातों में शतक जड़ा था.
न्यूजीलैंड के लिए डेब्यू कर रहे 6 फुट 8 इंच लंबे जैमीसन ने 3 विकेट लिए, जबकि ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी को एक-एक विकेट मिला.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)