भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर सितंबर के बाद से चीनी स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो की जगह बायजूस का लोगो दिखेगा. बायजूस बंगलुरु की एक ऑनलाइन ट्यूटोरियल फर्म है. बायजूस टीम इंडिया की स्पॉन्सरशिप के लिए ओप्पो से बात कर रही है.
भारतीय टीम की जर्सी पर वेस्टइंडीज दौर तक ओप्पो का लोगो रहेगा. वेस्टइंडीज दौरा तीन अगस्त से शुरू होगा और 3 सितंबर को खत्म होगा.
साउथ अफ्रीका 15 सितंबर से भारत का दौरा करेगी और इस सीरीज के साथ टीम इंडिया की जर्सी पर लगा लोगो भी बदल जाएगा.
मार्च 2017 में ओप्पो ने 1079 करोड़ रुपये में पांच साल के लिए (मार्च 2022 तक) भारतीय टीम के प्रायोजक का अधिकार हासिल किया था. हालांकि, टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, कंपनी ने इस सौदे से अपने हाथ खींच लिए हैं क्योंकि उसका मानना है सौदे की कीमत बहुत ज्यादा है और वो इसे जारी नहीं रख सकते.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को 31 मार्च, 2022 तक उस सौदे की रकम बायजूस से मिलती रहेगी और उसे किसी तरह का नुकसान नहीं होगा.
ओप्पो हर बाइलेटरल सीरीज में एक मैच के लिए बीसीसीआई को 4.61 करोड़ और आईसीसी टूर्नामेंट के मैच के लिए 1.56 करोड़ का भुगतान कर रही थी.
ओप्पो ने मार्च 2017 में वीवो मोबाइल्स की 768 करोड़ रुपये की बोली को पीछे छोड़ते हुए भारतीय टीम के स्पॉन्सशिप के अधिकार हासिल किए थे.
इससे पहले, स्टार इंडिया हर द्विपक्षीय मैच के लिए बीसीसीआई को 1.92 करोड़ और आईसीसी टूर्नामेंट के मैच के लिए 61 लाख रुपये देती थी.
भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर 3 अगस्त से टी-20 सीरीज की शुरुआत करेगी. इस दौरे पर टीम इंडिया 3 टी-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच खेलेगी. टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है.
(IANS इनपुट्स के साथ)
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