जिस लीग को दुनिया की सबसे सफल लीग का तमगा हासिल हो, जिस लीग में दुनिया के एक से बढ़कर एक दिग्गज खिलाड़ी मैदान पर हों और जिस लीग में देसी बनाम विदेशी की लड़ाई हर मैच के साथ मजबूत होती जाती हो...उस लीग में अगर खुशहाल हिंदुस्तानी खिलाड़ियों की कहानी पढ़ने को मिले तो किसे मजा नहीं आएगा.
सच्चाई ये भी है कि आईपीएल में हिंदुस्तानी खिलाड़ियों को लेकर एक स्वाभाविक जिज्ञासा का भाव रहता भी है. भारतीय क्रिकेट फैंस गर्व करें. गर्व इसलिए क्योंकि आईपीएल के अब तक खेले गए 16 मैचों में से आधे मैचों में यानि 8 मैचों में मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड भारतीय खिलाड़ियों को मिला है. इनमें से कई ऐसे नाम हैं जो टीम इंडिया के मौजूदा सदस्य हैं.
लिहाजा आप इस आंकड़े को इस तरह भी समझिए कि आठ मैचों में हिंदुस्तानी खिलाड़ी अपनी टीम की जीत में हीरो रहे हैं. आपको इन ‘इंडियन हीरो’ से मिलवाते हैं.
हरभजन सिंह
ऋषभ पंत
- सीजन के नौवें मैच में मयंक अग्रवाल मैन ऑफ द मैच बने. मुंबई इंडियंस के खिलाफ पंजाब की जीत में 21 गेंद पर 43 रनों की उनकी अहम पारी थी
- सीजन का दसवां मैच सुपर ओवर तक गया. दिल्ली कैपिटल्स के पृथ्वी शॉ को मैच ऑफ द मैच चुना गया. उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ जीत में 55 गेंद पर 99 रनों का योगदान दिया
- सीजन का बारहवां मैच धोनी के नाम रहा. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपनी टीम की जीत में 46 गेंद पर 75 रनों का उनका अहम योगदान था
- 2019 के चौदहवें मैच में मैन ऑफ द मैच बने श्रेयस गोपाल. कर्नाटक की घरेलू टीम के लिए खेलने वाले श्रेयस गोपाल ने आरसीबी के खिलाफ 4 ओवर में 12 रन देकर 3 विकेट झटके
- 15वें मैच में हार्दिक पांड्या ने मैन ऑफ द मैच खिताब पर कब्जा किया. चेन्नई के खिलाफ मुंबई की जीत में उन्होंने 42 रन और 3 विकेट लेने का कारनामा किया
विराट कोहली के लिए है राहत की बात
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली आरसीबी के कप्तान हैं. इस सीजन में अब तक खेले गए चारों मैचों में उनकी टीम को हार नसीब हुई है. विराट कोहली खुद भी अब तक कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं. अब तक खेले गए चार मैचों में विराट कोहली के नाम सिर्फ 78 रन हैं. बावजूद इसके लीग में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन उनके लिए राहत की बात है. ऐसा इसलिए क्योंकि आईपीएल के तुरंद बाद इंग्लैंड में विश्व कप खेला जाना है.
चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अलावा हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत का अच्छी फॉर्म में होना उनके लिए बहुत अच्छी स्थिति है. ऋषभ पंत को छोड़ दें तो बाकी के तीन खिलाड़ियों का विश्व कप के प्लेइंग 11 में खेलना दो सौ फीसदी तय है. पिछले एक-डेढ़ साल में भारतीय टीम को वनडे फॉर्मेट में मिली कामयाबी में इन खिलाड़ियों का अहम रोल रहा है.
दिलचस्प बात ये है कि यजुवेंद्र चहल को अभी तक किसी मैच में मैन ऑफ द मैच तो नहीं मिला लेकिन सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की फेहरिस्त में वो पहली पायदान पर हैं. अब तक खेले गए 4 मैचों में वो 8 विकेट ले चुके हैं. विराट कोहली जब अपनी फॉर्म को लेकर जूझ रहे हों तब ऐसी खबर उनके चेहरे पर भी मुस्कान लाएगी.
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