मुंबई और चेन्नई के बीच इंडियन प्रीमियर लीग- 12 के फाइनल में मैदान पर भरपूर ड्रामा देखने को मिला. मुंबई ने मैच की तेज शुरुआत की, लेकिन चेन्नई के गेंदबाजों ने जबरदस्त वापसी करते हुए मुंबई के 150 रन से पहले ही रोक लिया.
बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा मैदान में और भी ड्रामा दिखा. आखिरी ओवर में एक बार फिर खराब अंपायरिंग दिखी और उस पर मुंबई के बल्लेबाज केरन पोलार्ड की प्रतिक्रिया ने खूब चर्चा बटोरी
दरअसल, 20वें ओवर की दूसरी गेंद पर पोलार्ड पहले ही ऑफ स्टंप से थोड़ा बाहर निकल आए थे. गेंदबाजी कर रहे चेन्नई के ड्वेन ब्रावो ने गेंद काफी बाहर डाली, जो वाइड की लाइन से भी बाहर थी. उस दौरान अंपायर नितिन मेनन गेंदबाजी छोर पर खड़े थे. उन्होंने इस बॉल को वाइड नहीं दिया. इससे पोलार्ड नाराज दिखे और उन्होंने अपना बल्ला हवा में उछाल दिया.
जैसे ही ब्रावोअगली बॉल डालने के लिए आए पोलार्ड ऑफ स्टंप से बिल्कुल बाहर आ गए और फिर वाइड लाइनके बाहर निकल गए. ब्रावो गेंद नहीं डाल पाए. अंपायर मेनन इससे खफा दिखे और वो पोलार्ड के पास पहुंच गए. इस दौरान दूसरे अंपायर इयान गोल्ड भी पोलार्ड के पास पहुंच गए.दोनों ने पोलार्ड को समझाया और फिर अगली बॉल कराई गई.
आखिरी ओवर में मुंबई ने 9 रन बनाए और इसके साथ ही 20 ओवर में 149 रन का स्कोर खड़ा किया. मुंबई के लिए पोलार्ड ने 25 बॉल में सबसे ज्यादा 41 रन बनाए.
इससे पहले चेन्नई के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने भी गेंदबाजी के दौरान क्विंटन डि कॉक को आउट कर उन्हें पैवेलियन जाने का इशारा किया. इस पर मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने अंपायर से शिकायत की और अंपायर गोल्ड ने ठाकुर को चेतावनी दी.
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