पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्मद हफीज ने कहा है कि वह राष्ट्रीय टीम में मजबूरी में उन खिलाड़ियों के साथ खेले थे जो गलत काम कर रहे थे. हफीज ने अपने पूर्व साथी शोएब अख्तर के यूट्यूब चैनल पर कहा कि वह आवाज उठाना चाहते थे लेकिन पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने की चाहत में वह कुछ बोल नहीं पाए.
हफीज ने कहा,
“वो खिलाड़ी मेरे भाइयों की तरह हैं क्योंकि मैं उनके लिए दुआ भी करता था लेकिन उन्होंने जो किया मैं उसके खिलाफ था.”
हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा,
“मैंने आवाज उठाई, लेकिन मुझसे कहा गया कि वह पाकिस्तान के लिए खेलेंगे और अगर तुम्हे भी खेलना है तो फैसला कर लो कि क्या करना है. मैं इससे सदमें में था. मैं घर गया और मैंने सलाह ली क्योंकि मैं पाकिस्तान के लिए अपनी सकारात्मक ऊर्जा जाया नहीं करना चाहता था. वह लोग गलत थे इसके बाद भी मैं उनके साथ खेलता रहा.”
उन्होंने कहा, "मैं अभी भी कहूंगा कि यह गलत फैसला था और यह पाकिस्तान के लिए कभी भी सही नहीं होगा. इस तरह के खिलाड़ियों को वापस लाना पाकिस्तान के लिए अच्छा नहीं होगा."
हफीज 2012 से 2014 के बीच पाकिस्तानी टी20 टीम के कप्तान थे. हफीज ने 218 वनडे में पाकिस्तान के लिए 6614 रन बनाए हैं.
शोएब अख्तर ने भी की फिक्सिंग की बात
इससे पहले पाकिस्तानी टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भी पाकिस्तानी टीम में फिक्सिंग का मुद्दा उठाया. कुछ वक्त पहले ही शोएब ने कहा था कि पाकिस्तानी टीम में काफी फिक्सिंग हुआ करती थी और उन्हें लगता था कि वो 11 खिलाड़ियों नहीं बल्कि 21 खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते थे, क्योंकि उन्हें नहीं पता कि पाकिस्तानी टीम में से कौन फिक्सिंग में शामिल है.
पाकिस्तानी टीम के 3 खिलाड़ी 2010 में स्पॉट फिक्सिंग में पकड़े गए थे. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान पाकिस्तानी टीम के कप्तान सलमान बट, तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर फिक्सिंग में पकड़े गए थे.
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