टीम इंडिया (Team India) के खिलाड़ियों के बीच कलह की खबरें बढ़ती जा रही हैं. विराट कोहली के T-20 की कप्तानी छोड़ने के ऐलान के बाद से ये पूछा जा रहा है कि उनके कप्तानी से हटने के पीछे असली वजह क्या है?
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूजीलैंड से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप हारने के बाद विराट कोहली का व्यवहार पुजारा और रहाणे के साथ अच्छा नहीं था. दोनों खिलाड़ियों ने BCCI सेक्रेट्री जय शाह को फोन कर विराट की कप्तानी में खेलने पर आपत्ति जताई थी.
इसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें भरोसा दिलाया कि इसपर इंग्लैंड दौरे के बाद कोई फैसला लिया जा सकता है.
क्या हुआ था वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में ?
पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को आठ विकेट से हरा दिया था. टेस्ट में भारतीय टीम पांचवें दिन सिर्फ 170 रनों पर ढेर हो गई थी.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मैच हारने के बाद विराट ने ड्रेसिंग रूम में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को उनकी खराब बल्लेबाजी के लिए लताड़ लगाई थी.
पुजारा ने पहली पारी में 54 गेंदों में 8 रन बनाए और दूसरी पारी में 80 गेंदों पर केवल 15 रन ही बनाए जबकि रहाणे ने पहली पारी में 49 रन बनाए और दूसरी पारी में 40 गेंदों में 15 रन जोड़े.
मैच के बाद विराट कोहली ने क्या कहा था ?
“अगर आप उनके गेंदबाजों को दबाव में नहीं डालते हैं, तो उनके पास लंबे स्पैल करने और एक ही एरिया में पूरे दिन गेंदबाजी करने के लिए फिटनेस और निरंतरता है."
उन्होंने आगे कहा था कि "मानसिकता रन बनाने और रन बनाने के तरीके खोजने की होनी चाहिए. आप आउट होने के बारे में बहुत चिंतित नहीं हो सकते, क्योंकि आप गेंदबाज को पूरी तरह से खेल में ला रहे हैं."
अब, यह बताया गया है कि पुजारा और रहाणे ने डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद, विराट कोहली की कप्तानी के बारे में चर्चा करने के लिए बीसीसीआई सचिव जय शाह को फोन किया था.
इस खुलासे के बाद ऐसा माना जा रहा है कि विराट का T-20 कप्तानी से हटना विराट का नहीं बल्कि बीसीसीआई का फैसला था. इसके साथ ही ऐसी भी खबरें हैं कि बीसीसीआई T-20 वर्ल्ड कप के बाद विराट कोहली की वनडे कप्तानी को लेकर भी कोई बड़ा फैसला ले सकता है.
रहाणे, पुजारा पर ही क्यों बरसे विराट ?
विराट कोहली आमतौर पर एक आक्रामक बल्लेबाज माने जाते हैं और यही आक्रामकता वो अपने टीम के सभी खिलाड़ियों से मैदान पर भी देखना चाहते हैं. लेकिन चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे उनकी आक्रामकता के पैमाने में फिट नहीं बैठते.
दोनों ही बल्लेबाज धीमी बल्लेबाजी के चलते विराट कोहली को ना पसंद है. विराट का मैच के बाद यह कहना कि "मानसिकता रन बनाने और रन बनाने के तरीके खोजने की होनी चाहिए" साफ दिखाता है कि पुजारा और रहाणे की बल्लेबाजी से विराट खुश नहीं थे.
कुछ समय से बीसीसीआई विराट के खिलाफ जा रहा है?
बीते कुछ समय से क्रिकेट में चीजें विराट कोहली के मनमाफिक नहीं हो रही हैं. बीसीसीआई के हाल ही में लिए गए कुछ फैसलों को विराट कोहली की सोच के उलट माना जा रहा है.
जिस अश्विन को विराट कोहली ने इंग्लैंड दौरे पर कोई तरजीह नहीं दी, उसे बीसीसीआई और सिलेक्टर्स ने T-20 वर्ल्ड कप में सिलेक्शन के जरिए 4 साल बाद सफेद गेंद की क्रिकेट में वापसी का मौका दिया.
विराट कोहली के खास यजुवेंद्र चहल का T-20 वर्ल्ड कप की टीम से बाहर होना भी विराट के खिलाफ फैसले के रूप में देखा गया.
महेंद्र सिंह धोनी का T-20 वर्ल्ड कप के लिए मेंटर के रूप में चुना जाना भी पूरी तरह से बीसीसीआई का फैसला था.
आपको बता दें कि इसके बाद विराट कोहली ने टी-20 वर्ल्ड कप के बाद T-20 से भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था. इस एलान के कुछ ही समय बाद विराट ने आईपीएल में अपनी फ्रेंचाइजी आरसीबी की कप्तानी छोड़ने की भी घोषणा कर दी थी.
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