भारत के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत को स्वीकार करना होगा कि वह खराब दौर से गुजर रहे हैं और बतौर क्रिकेटर बेहतर होने पर उन्हें फोकस जारी रखना होगा. भारतीय टीम शुक्रवार 21 फरवरी से न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में पहला टेस्ट मैच खेलेगी.
मैच से एक दिन पहले गुरुवार 20 फरवरी को वेलिंग्टन में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रहाणे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बात कही.
22 साल के पंत, पांच महीने पहले तक सभी प्रारूपों में विकेटकीपर के तौर पर भारत की पहली पसंद थे. फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान ऋद्धिमान साहा की बतौर विकेटकीपर टीम में वापसी हुई.
वहीं पिछले महीने ही उन्होंने वनडे और टी20 फॉर्मेट में भी अपनी जगह गंवा दी. पंत की जगह केएल राहुल को विकेटकीपिंग की भी जिम्मेदारी दी गई, जिसको उन्होंने अभी तक बखूबी निभाया है.
रहाणे ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट से पूर्व कहा,
‘‘यह स्वीकार करना जरूरी है कि आप कहां खड़े हैं. सकारात्मक रहकर ज्यादा से ज्यादा सीखने की जरूरत है. बात सीनियर या जूनियर की नहीं है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘किसी को भी बाहर बैठना अच्छा नहीं लगता लेकिन यह स्वीकार करना होगा कि टीम को उस दिन क्या जरूरत है. हर खिलाड़ी के लिये स्थिति को स्वीकार करना अहम है. जो हम नियंत्रण में रख सकते हैं, उसी पर फोकस रखना होगा. बतौर क्रिकेटर मेहनत करते रहना होगा.’’
पंत लगातार बल्ले से और विकेट के पीछे बेहतर प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे. हालांकि उनके नाम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में एक-एक टेस्ट शतक है और वो ऐसा करने वाले इकलौते भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज हैं.
रहाणे ने साथ ही कहा कि मेजबान टीम हमेशा ही अपनी परिस्थितियों में फेवरिट होती है, लेकिन भारतीय टीम हर परिस्थिति में खेलने में सक्षम बन चुकी है.
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