भारत और न्यूजीलैंड के बीच टी20 सीरीज का पांचवा और आखिरी मैच शिवम दुबे के लिए अच्छा साबित नहीं हुआ. माउंट माउंगानुई के बे ओवल मैदान में रविवार 2 फरवरी को हुए इस मुकाबले में टीम इंडिया के ऑलराउंडर शिवम ने बल्ले और गेंद दोनों से निराश किया. गेंदबाजी के दौरान तो शिवम के नाम सबसे खराब गेंदबाजी का भारतीय रिकॉर्ड भी बन गया.
पहले 4 मैच जीत कर सीरीज में अपने नाम कर चुकी भारतीय टीम ने आखिरी मैच के लिए टीम में सिर्फ एक बदलाव किया. कप्तान विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा वापस टीम में लौटे और कमान संभाली.
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 3 विकेट खोकर 163 रन बनाए. रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 60 रन बनाए लेकिन वो बीच पारी में ही रिटायर्ड हर्ट हो गए. शिवम बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए और 6 गेंद में सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए.
जवाब में न्यूजीलैंड की शुरुआत किसी बुरे सपने जैसी रही. टीम ने सिर्फ 3.2 ओवर में 17 रन पर ही अपने 3 विकेट गंवा दिए. यहां से भारतीय टीम मैच में हावी होती दिखी. हालांकि न्यूजीलैंड के लिए टिम सेइफर्ट और रॉस टेलर मैच बचाने की कोशिश में जुटे रहे.
दोनों ने धीरे-धीरे साझेदारी बढ़ानी शुरू की. 9 ओवर तक न्यूजीलैंड का स्कोर 3 विकेट पर 64 रन था. फिर आया पारी का 10वां ओवर और गेंद मिली शिवम दुबे को, लेकिन बल्लेबाजी की तरह ही गेंदबाजी में भी वो फ्लॉप साबित हुए.
सेइफर्ट ने दुबे की पहली 3 गेंदों में 2 छक्के और एक चौका जड़ा. अगली गेंद पर उन्होंने 1 रन लिया और स्ट्राइक पर आए टेलर. शिवम की पांचवी गेंद को टेलर ने बाउंड्री के पार चौके के लिए भेज दिया. शिवम की ये गेंद ‘नो बॉल’ साबित हुई और टेलर की फ्री हिट मिली. टेलर फ्री हिट पर एक छक्का जड़ डाला. आखिरी गेंद को भी 6 रन के लिए भेजकर टेलर ने ओवर से 34 रन बटोर लिए.
इस ओवर के बाद न्यूजीलैंड का स्कोर 10 ओवर में 3 विकेट पर 99 रन हो गया.
टी20 क्रिकेट के इतिहास में किसी भी भारतीय गेंदबाज का ये सबसे खराब ओवर साबित हुआ. इससे पहले ये अनचाहा रिकॉर्ड ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी के नाम था. 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ लॉडरहिल में हुए टी20 मैच में बिन्नी के एक ओवर में 32 रन पड़े थे.
अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में सबसे खराब ओवर का रिकॉर्ड इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के नाम है. ब्रॉड के खिलाफ 2007 के पहली टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय सुपरस्टार युवराज सिंह ने लगातार 6 छक्के जड़े थे, जो आज भी रिकॉर्ड है.
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