ADVERTISEMENTREMOVE AD

सूर्यकुमार:पहली गेंद पर छक्के का प्रहार,सालों से दबा निकला गुब्बार

बचपन में चोट लगने पर बॉलर को और तेज गेंद डालने के लिए कहते थे सूर्यकुमार  

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सूर्यकुमार यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू करते हुए इतिहास रच दिया. उन्होंने डेब्यू के डर को निकालते हुए अपनी पहली ही इंटरनेशनल पारी की शुरूआत सिक्स के साथ की और हॉफ सेंचुरी लगाई. आइए जानते हैं कभी टीम में शामिल न हो पाने के कारण निराशा का सामना कर चुके सूर्यकुमार यादव की पूरी दास्तान...

ADVERTISEMENTREMOVE AD

चोट लगने पर और तेज गति से बॉलिंग की मांग करते थे सूर्य

सूर्यकुमार यादव वैसे तो मूलत: गाजीपुर के रहने वाले हैं, लेकिन इनका बचपन बनारस में बीता है. बचपन से ही सूर्य की क्रिकेट और बैडमिंटन में रुचि रही, लेकिन एक दिन उनके पिता ने क्रिकेट या बैडमिंटन के बीच चयन करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि वह दो रास्तों में से एक का चयन करें. काफी विचार-विमर्श के बाद सूर्य ने क्रिकेट का चयन किया.

स्कूल और कॉलेज के दिनों से ही सूर्य क्रिकेट की बारीकियों को समझने लगे थे. उनके चाचा ही उनके पहले कोच थे. वहीं पिता ने भी कभी सूर्य को क्रिकेट से दूर नहीं रखा. सूर्यकुमार के चाचा विनोद के मुताबिक बचपन में सूर्य की प्रतिभा को उन्होंने तब पहचाना था, जब बॉल से चोट लगने के बावजूद सूर्य और भी तेज बॉल की मांग करता था, वहीं उसके पिता को डर रहता था कि कहीं सूर्य को चोट ना लग जाए. लगभग 10 साल तक बनारस में रहने के बाद सूर्य का परिवार मुंबई में आकर बस गया.

  • आगे चलकर सूर्य ने मुंबई स्थित दिलीप वेंगसरकर की ‘वेंगसरकर क्रिकेट अकादमी’ से क्रिकेट प्रशिक्षण प्राप्त किया.
  • सूर्य कुमार टैटू प्रेमी भी हैं उन्होंने दाहिने कंधे पर माता-पिता का चेहरा बनवाया हुआ है. दाहिने हाथ की कलाई पर माता-पिता का नाम गुदवाया हुआ है. इसके अलावा भी कई टैटू उन्होंने गुदवाए हैं.

करियर की पहली पारी का 50 कनेक्शन

सूर्य कुमार नाम अनुरुप ही एग्रेसिव बैट्समैन हैं. सूर्य अपने सिग्नेचर शॉट ‘स्वीप शॉट’ के लिए जाने जाते हैं. वह तेज गेंदबाजों के खिलाफ डीप स्क्वायर लेग पर छक्का लगाने का भी सामर्थ्य रखते हैं. 2010 में इन्होंने दिल्ली के खिलाफ रणजी में डेब्यू किया था. उस मैच में भी सूर्य ने 73 रन जड़ते हुए अपनी चमक बिखेरी थी. सूर्य कुमार ने अपने रणजी कॅरियर के तीसरे मैच में ही ओडिशा के खिलाफ दोहरा शतक जड़कर सबको हैरान कर दिया था.

2011-12 का रणजी टूर्नामेंट इनके कॅरियर का पहला फुल सीजन था. वर्ष 2011-12 के रणजी ट्रॉफी सत्र में इन्होंने सर्वाधिक 754 रन बनाए थे और रणजी सीजन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था. इसी के बाद इनको आईपीएल में शामिल किया गया. आईपीएल में अच्छा खासा अनुभव रखने वाले सूर्य कुमार को इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा.

लंबे इंतजार के बाद जब इंग्लैंड के खिलाफ सूर्य कुमार मैदान पर उतरे तो उनके अंदर डेब्यू का प्रेशर या डर होना स्वाभाविक था, लेकिन उन्होंने अपनी पहली गेंद में सिक्स लगाते हुए जोफ्रा आर्चर की गेंद को सीमा पार पहुंचा दिया. डेब्यू मैच में ही सूर्य ने 28 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी कर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. उन्होंने मैच में 31 गेंदों पर कुल 57 रन की पारी खेली और विवादास्पद तरीके से कैच आउट हो गये.

  • 2013 में सूर्य कुमार अंडर-23 टीम में बतौर कप्तान शामिल हुए और इमर्जिंग एशिया कप भारत की झोली में डाला था.
  • सूर्य कुमार पहले ऐसे आईपीएल प्लेयर हैं, जिन्होंने बिना इंटरनेशल मैच खेले आईपीएल के 100 से ज्यादा मैच खेल चुके हैं.
  • 2011 में पहली बार मुंबई इंडियन का हिस्सा बने सूर्य कुमार बीच में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए भी खेले हैं, लेकिन दोबारा मुंबई में उनकी वापसी हुई थी.
  • पिछले सीजन में मुंबई की ओर से खेलते हुए सूर्य कुमार ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 16 मैचों में 480 रन बनाए थे. वहीं 2019 में 424 रन और 2018 में कुल 500 रन बनाए थे.
  • करीब 15 साल से प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने के बाद पहली बार 30 साल की उम्र में उन्हें भारतीय टीम में चुना गया.
  • टी-20 में पहली गेंद में छक्का जड़ने वाले सूर्य कुमार दुनिया के तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं. उनसे पहले सोहेल तनवीर और मंगालिसो मोसेहले ऐसा कारनामा कर चुके हैं.
  • टी-20 की डेब्यू पारी में 50+ स्कोर बनाने वाले भारत के पांचवें खिलाड़ी बने सूर्य कुमार, उनसे पहले अजिंक्य रहाणे, ईशान किशन, रोहित शर्मा और रॉबिन उथप्पा डेब्यू पारी में फिफ्टी लगा चुके हैं.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

टीम इंडिया में शामिल न हो पाने के कारण हुई निराशा

घरेलू मैच और आईपीएल में प्रदर्शन के बावजूद टीम में शामिल न होने के कारण सूर्य कुमार को निराशा का सामना भी करना पड़ा है. पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयन न होने पर सूर्यकुमार यादव काफी निराशा हो गए थे. उन्होंने खुद स्वीकार किया था कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए टीम का चयन उनके दिमाग में था.

सूर्य ने जब देखा कि उनका नाम लिस्ट में शामिल नहीं है, तो उन्हें काफी निराशा हुई. सूर्य ने तब बताया था कि टीम की घोषणा के बाद जिम में रोहित उनके बगल में बैठे थे. पूरी मेहनत के बावजूद टीम में शामिल न किए जाने के बाद जब वे निराशा से घिर आए थे, तब मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने उनका उत्साह बढ़ाया था.

  • रोहित शर्मा ने कहा था तुम अभी मुंबई इंडियन के लिए शानदार काम कर रहे हो, और उसके बारे में सोचने के बजाय, सिर्फ वही चीज करते रहो जो इस आईपीएल में पहले दिन से करते आ रहे हो और जब समय सही होगा, तो मौका भी मिल जाएगा. यह आज हो या कल, यह होगा आपको बस खुद पर विश्वास रखना होगा.
  • आईपीएल 2020 में अपनी कामयाबी को लेकर बात करते हुए सूर्यकुमार यादव ने कहा था कि उन्होंने लॉकडाउन के समय में खुद की फिटनेस और खेल पर काफी काम किया था. इसका उनको फायदा मिला. उन्होंने इस सीजन की शुरुआत से पहले कुछ नए शॉट्स पर भी काम किया था, जो कि उनके लिए काफी कारगर रहे.

रोने से लेकर सपना पूरा होने तक

सूर्य कुमार यादव टीम इंडिया में शामिल होने के लिए उत्सुक थे, उनका सपना था कि वे कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया की तरफ से खेले. सूर्य कुमार ने बीसीसीआई को दिए एक इंटरव्यू बताया है कि इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम में चयन की खबर सुनते ही वह रोने लगे थे. उन्होंने कहा था कि

‘चयन के बारे में पता चलने पर मैं बहुत उत्साहित था. मैं कमरे में बैठकर फिल्म देख रहा था, तभी फोन पर एक सूचना मिली कि मुझे इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुन लिया गया है. मैं टीम में अपना नाम देखकर रोने लगा. मैंने अपने माता-पिता, पत्नी और बहन के साथ वीडियो कॉल की और हम सभी रोने लगे.’

इंटरव्यू के दौरान बीसीसीआई को सूर्यकुमार ने बताया,

“मैंने हमेशा से विराट कोहली की कप्तानी में खेलने का सपना देखा है और मैं बहुत कुछ कोहली से सीखने के लिए उत्साहित हूं, ताकि मैं एक बेहतर खिलाड़ी बन सकूं. मेरे साथ-साथ, मेरे परिवार वाले भी लंबे समय से इस सपने को जीने की कोशिश कर रहे हैं. यह एक बहुत लंबी यात्रा रही है और मेरा परिवार हमेशा मेरे साथ खड़ा रहा. उन्हें खुश देखना और उन खुशी के आंसुओं को देखना वास्तव में बहुत अच्छा था.”
  • सूर्य कुमार के करियर की बात करें तो उन्होंने 77 फर्स्ट क्लास मैचों में 44.01 की औसत से 5326 रन बनाए हैं. वहीं लिस्ट-ए मैचों में उन्होंने 98 मैचों में 37.55 की औसत से 2779 रन बनाए हैं. फर्स्ट क्लास में उनके नाम 24 विकेट भी हैं.
  • टी20 क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 172 मैच खेले हैं, इस दौरान 140.62 की स्ट्राइक रेट से उन्होंने 3624 रन बनाए हैं.
  • आईपीएल की बात करें तो सूर्य कुमार ने 101 मैच में 30.2 की औसत से 2024 रन बनाए हैं. इस दौरान 11 अर्धशतक भी लगाए हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×