UAE में जारी T20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के नॉकआउट मुकाबलों में रोमांच अपने चरम पर है. पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को और दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में अपनी अपनी जगह पक्की कर ली.
लेकिन इन दोनों ही टीमों को फाइनल में पहुंचाने का क्रेडिट दो ऐसे खिलाड़ियों को जाता है जिनकी मैदान पर वापसी भी एक समय में अनिनिश्चित थी.
पहले सेमीफाइनल में जिमी नीशम तो दूसरे में मैथ्यू वेड ने अपने बल्ले से अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाने में महत्वपूर्ण मदद की.
जिमी नीशम
पहले सेमीफाइनल में लग रहा था कि इंग्लैंड आसानी से जीत जाएगी तभी तूफान बन कर आए जिमी नीशम ने सिर्फ 11 गेंदों में 27 रनों की पारी खेलकर यूजीलैंड को फाइनल में पहुंचा दिया.
इंग्लैंड पर मिली जीत से पूरी टीम उत्साहित थी और जश्न मना रही थी लेकिन जिमी नीशम कुर्सी पर आराम से बैठे हुए थे. इस तस्वीर को देखकर सबको हैरानी हुई, लेकिन नीशम ने बाद में ईएसपीएन के एक ट्वीट के जवाब में लिखा, " मुझे नहीं लगता अभी काम खत्म हुआ है ".
नीशम रह चुके हैं डिप्रेशन का शिकार
2017 में जिमी नीशम डिप्रेशन की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे. सुबह-सुबह उठ जाते और अपने कमरे की खिड़की के पर्दे हटाकर बारिश की उम्मीद करने लगते. न्यूजीलैंड क्रिकेट प्लेयर एसोसिएशन के हेड हेथ मिल्स ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि "
"मैंने उन्हें मानसिक तौर पर जूझते हुए देखा है, मैं उनके पास गया और उनसे बात करनी शुरू की. स्थिति उस समय और खराब हो गई थी जब नीशम ने मिल्स से फोन कर कहा कि मैं क्रिकेट छोड़ रहा हूं."
उस वक्त मिल्स ने उन्हें सलाह दी थी कि क्रिकेट से कुछ वक्त के लिए आराम ले लो इससे तुम्हें फायदा होगा.
मैथ्यू वेड
ऑस्ट्रेलिया-पाकिस्तान के मैच में भी कुछ ऐसी ही कहानी है. 96 रन पर ऑस्ट्रेलिया के 5 विकेट गिर चुके थे और 177 रनों के लक्ष्य तक पहुंचना था.
पाकिस्तान जहां एक ओर लग रहा था कि मुकाबले में हावी है और आसानी से ऑस्ट्रेलिया को हरा देगी तब मैथ्यू वेड ने सिर्फ 17 गेंदों में 41 रन ठोककर ऑस्ट्रेलिया को 1 ओवर रहते जीत दिला दी. हालांकि 18वें ओवर में उनका कैच हसन अली से छूट गया जिसके बाद अली की जमकर आलोचना हुई. अगले ही ओवर में उन्होंने 2 छक्के जड़कर अपनी टीम को मैच जीता दिया.
मैथ्यू वेड रह चुके हैं कारपेंटर
आप यह जानकर हैरान होंगे कि मैथ्यू वेड ऑस्ट्रेलिया की टीम से ड्रॉप होने के बाद कारपेंटर बन गए थे. मैथ्यू वेड ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि
"मुझे 2017-18 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद ड्रॉप कर दिया गया इसके बाद मैंने क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था. मुझे अपने घर तस्मानिया लौटकर कारपेंटर का काम शुरू करना पड़ा."
पाकिस्तान के खिलाफ मैच जीताने के बाद मैथ्यू वेड ने कहा कि "ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मुझे खेलने का बहुत मौका मिला इसके लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं. जब मुझे ड्रॉप किया गया था तो इस बात की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि मुझे दोबारा खेलने को मिलेगा."
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