भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यहां खेले गए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मैच में पारी और 212 रन से जीत दर्ज करके सीरीज में 3-0 क्लीन स्वीप हासिल कर लिया. इस जीत के बावजूद हालांकि भारतीय कप्तान विराट कोहली स्टेडियम में आए दर्शकों की संख्या से खुश नहीं है और उनका मानना है कि देश में ज्यादा से ज्यादा पांच टेस्ट सेंटर होने चाहिए ताकि लोगों को मैच देखने के लिए प्रेरित किया जा सके और वो स्टेडियम में आकर मैच देख सके.
कोहली ने मंगलवार को मैच समाप्ति के बाद कहा,
“मेरे विचार से हमारे पास कम से कम पांच टेस्ट मैच खेलने के मुख्य सेंटर होने चाहिए. जो भी टीम भारत में टेस्ट मैच खेलने आए उन्हें ये पता होना चाहिए कि वे इन पांच टेस्ट सेंटर पर मैच खेलने वाली है.”
उन्होंने कहा, "मैं राज्य संघों, रोटेशन और सब बातों से सहमत हूं. यह वनडे और टी-20 क्रिकेट के लिए सही है."
विराट ने साथ ही कहा कि टेस्ट के लिए क्रिकेट मैदान तय होने से भारत दौरे पर आने वाली टीमों को पता रहेगा कि किन मैदानों पर वो टेस्ट मैच खेलेंगे.
“लेकिन जब टेस्ट क्रिकेट की बात आती है तो जो टीमें भारत खेलने आती है, उन्हें पता होनी चाहिए कि वे इन पांच सेंटरों में खेलने जा रही है. जब हम कहीं खेलने जाते हैं तो हमें पता होता है कि हम इन स्थानों पर मैच खेलने जा रहे हैं.”विराट कोहली
रांची में झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) स्टेडियम की दर्शक क्षमता 39000 है जबकि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के लिए केवल 1500 टिकट ही बिके थे.
दरअसल ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका में टेस्ट मैच कुछ चुने हुए क्रिकेट स्टेडियमों में ही होते हैं. मसलन, ऑस्ट्रेलिया में ज्यादातर टेस्ट मैच ब्रिस्बेन (गाबा), पर्थ (वाका), मेलबर्न (एमसीजी), सिडनी (एससीजी) और एडीलेड (एडीलेड ओवल) में होते रहे हैं.
वहीं इंग्लैंड में टेस्ट मैचों के लिए लॉर्ड्स, ट्रेंट ब्रिज, लंदन ओवल, साउथैंप्टन, बर्मिंघम के स्टेडियमों का इस्तेमाल किया जाता है. इन सभी मैदानों में टेस्ट देखने के लिए आने वाले दर्शकों की संख्या बहुत ज्यादा होती है और लगभग मैच के पांचों दिन स्टेडियम भरा होता है.
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