भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) और विराट कोहली (Virat Kohli) के बीच कप्तानी को लेकर जारी विवाद के बीच अब दिग्गज क्रिकेटरों ने अपनी प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी है.
भारत के महान ऑलराउंडर कपिल देव से लेकर सुनील गावस्कर तक ने प्रेस कांफ्रेंस में विराट कोहली के खुलासों के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगूली पर जमकर सवाल उठाए हैं और इस पूरे मुद्दे पर अपनी राय रखी है.
आइए देखते हैं कि दिग्गज क्रिकेटरों ने इस मसले पर क्या कहा है....
सुनील गावस्कर
भारत के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने इस पूरे मसले पर इंडिया टूडे से बातचीत में कहा कि सौरव गांगूली को सामने आकर कन्फ्यूजन दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि
गांगुली से पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने क्या कहा और कोहली ने क्या कहा.' कम्यूनिकेशन की क्लियर लाइन होने से हमेशा मदद मिलती है. कोहली की टिप्पणी बीसीसीआई को पिक्चर में नहीं लाती है. उनसे पूछा जाना चाहिए कि उन्हें ये धारणा कहां से मिली कि उन्होंने कोहली को ऐसा संदेश दिया है. वो व्यक्ति बीसीसीआई अध्यक्ष हैं और उनसे जरूर पूछा जाना चाहिए कि विवाद क्यों है.'सुनील गावस्कर, भारत के पूर्व कप्तान
स्थिति को नियंत्रित करना होगा- कपिल देव
भारत के विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान कपिल देव ने कप्तानी के विवाद पर अपनी राय रखते हुए कहा कि विराट कोहली के बयानों ने कप्तानी के मुद्दे पर बीसीसीआई के साथ उनके मतभेदों को उजागर किया है. उन्होंने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा "मैं कहूंगा कि बोर्ड अध्यक्ष बोर्ड अध्यक्ष हैं लेकिन हां, भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान भी एक बड़ा होता है. लेकिन सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के बारे में बुरी तरह से बात करना, मुझे नहीं लगता कि यह अच्छी बात है, चाहे वह सौरव हो या कोहली."
"आपको स्थिति को नियंत्रित करना होगा और पहले देश के बारे में सोचना बेहतर होगा. जो कुछ भी गलत है वह जल्द ही पता चलेगा लेकिन इस विषय पर सार्वजनिक रूप से बोलना, मुझे लगता है, इस समय गलत है. एक महत्वपूर्ण दौरे से पहले मैं कोई विवाद नहीं देखना चाहता."कपिल देव, भारत के पूर्व कप्तान
गांगुली को जवाब देना होगा- सलमान बट, पूर्व पाकिस्तानी कप्तान
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट ने कहा विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सौरव गांगुली के पास जवाब देने के लिए बहुत कुछ है.
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए, बट ने बताया कि कैसे गांगुली और कोहली के "विपरीत बयान" भारतीय क्रिकेट के आगे बढ़ने के लिए अच्छे नहीं हैं.
गांगुली को भारतीय क्रिकेट की बेहतरी के लिए इसका जवाब देना होगा. वह बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं और कोहली का सार्वजनिक रूप से विरोध करना कोई छोटी बात नहीं है. एक तरफ गांगुली ने कहा कि उन्होंने कोहली से टी20 कप्तानी से हटने का अनुरोध नहीं किया था. लेकिन कोहली अब सामने आए हैं और दावा किया है कि बीसीसीआई की ओर से किसी ने भी उनसे इस बारे में बात नहीं की. ये दो बिल्कुल विपरीत बयान हैं.'सलमान बट, पूर्व पाकिस्तानी कप्तान
बीसीसीआई का तरीका ठीक नही- कीर्ति आजाद
1983 विश्व कप विजेता कीर्ति आजाद ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कि मेरा मानना है कि सफेद गेंद से जाने वाले कप्तान को अधिक सम्मान देकर कोहली की कप्तानी में बदलाव को सही तरीके से संभाला जाना चाहिए था.
"चयन समिति के अध्यक्ष बाहर आकर बात करते थे कि कप्तान कौन है, कप्तान के रूप में कौन जारी रहेगा, टीम के नए सदस्य कौन हैं और जिन्हें बाहर कर दिया गया है। विराट को कप्तान के रूप में हटाए जाने में कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन यह है इसे करने का एक उचित तरीका होना चाहिए. ”कीर्ति आजाद, भारत के पूर्व खिलाड़ी
आकाश चोपड़ा
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में पोस्ट साझा किया. बुधवार को ट्विटर पर चोपड़ा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका जाने से पहले भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कुछ हुआ है, उसके बाद केवल दो परिणाम संभव हैं. चोपड़ा ने यह कहकर निष्कर्ष निकाला कि 'क्रिकेट विजेता नहीं होगा'.
BCCI बताए कोहली को क्यों हटाया- अमित मिश्रा
भारतीय खिलाड़ी अमित मिश्रा ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी. उन्होंने एएनआई से बात करते हुए कहा कि
"यह पहली बार नहीं हुआ है. यह पहले भी हुआ है और मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी जिसने देश के लिए इतना प्रदर्शन किया है और इतनी मेहनत की है उसे यह जानने का अधिकार होना चाहिए कि उसे टीम से या किसी टीम से क्यों हटाया गया है. एक खिलाड़ी को पता होना चाहिए कि उसे कहां कमी है और उस पहलू पर सुधार करना चाहिए."
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