आलोचनाओं के बावजूद, इंडियन प्रीमियर लीग ने कई खिलाड़ियों को उड़ने के लिए पंख दिए हैं. जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी आईपीएल के स्कूल से हैं. कंपटीशन के शुरुआती दिनों में, मनप्रीत गोनी और मोहित शर्मा भी आईपीएल में अपने प्रदर्शन के दम पर वनडे इंटरनेशनल में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे थे.
इसलिए अगर भारत के संदर्भ में आईपीएल की बात की जाए तो यहां पर इसने अपनी स्थापना के बाद से ही अपनी टैग लाइन “where talent meets opportunity” (जहां प्रतिभा को अवसर मिलता है) को काफी हद तक सही साबित किया है.
विदेशी खिलड़ियों की भर्ती की बात की जाए तो आईपीएल उनके लिए भी काफी दरियादिल रहा है, खासकर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों के लिए. मार्श भाइयों, शॉन और मिचेल को तो आईपीएल में उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत ही ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलने का मौका दिया गया था. ग्लेन मैक्सवेल की बिग हिटर की पोजीशन भी आईपीएल की ही बदौलत है.
इसलिए, खिलाड़ियों की राष्ट्रीयता से ऊपर उठकर आईपीएल भविष्य के सुपरस्टारों के लिए हमेशा से एक लांचपैड रहा है. इस साल भी कई विदेशी क्रिकेटरों को आईपीएल में खेलने के लिए पहली बार चुना गया है. उनमें से ज्यादातर खिलाड़ियों ने अपनी राष्ट्रीय टीम में डेब्यू किया है और अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी जगह और ज्यादा पक्की करने के लिए ये खिलाड़ी आईपीएल को एक प्लेटफॉर्म की तरह इस्तेमाल करेंगे.
1. शेमरॉन हेटमायर
एक आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट के लिए भारत का एक अच्छा दौरा करना बहुत जरूरी है और यह बात विंडीज ओपनर शेमरॉन हेटमायर के लिए बिल्कुल सही साबित हुई. चार बार ताबड़तोड़ बोलियों के बाद, हेटमायर को आखिरकार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 4.20 करोड़ रुपये में खरीद ही लिया. उनका बेस प्राइस 50 लाख रुपये था.
पिछले अक्टूबर में, हेटमायर भारत दौरे पर आई विंडीज टीम का हिस्सा थे. पांच मैचों की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय सीरीज में गुयाना के इस क्रिकेटर ने 51.80 के औसत और 140 की स्ट्राइक रेट से 259 रन बनाए थे. श्रृंखला के दौरान उन्होंने अपनी पावर हिटिंग स्किल और स्पिन बॉल को खेलने की अपनी क्षमता का बखूबी प्रदर्शन किया था. टॉप आर्डर में बल्लेबाजी करते हुए बॉल को बाउंड्री तक पहुंचाने की उनकी क्षमता विंडीज टीम के उनके साथी क्रिस गेल से मेल खाती है, जिनका आरसीबी के साथ प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव भरा समय रहा है. हेटमायर आईपीएल के पूरे सीजन भर मौजूद रहेंगे जो रॉयल चैलेंजर्स को उनका पहला आईपीएल खिताब जिताने में एक बोनस का काम करेगा.
2. ओशेन थॉमस
ओशेन थॉमस द्वारा लिए गए विकेटों की गिनती को देखते हुए शायद उनकी प्रतिभा का अंदाजा ना लगाया जा सके, लेकिन पिछले साल जब विंडीज ने भारत का दौरा किया था तब उनकी तेज-तर्रार पेस ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था. इसलिए राजस्थान रॉयल्स द्वारा ओशेन थॉमस के लिए 1.5 करोड़ की रकम चुकाना कोई आश्चचर्य की बात नहीं है.
इसी दौरे के दौरान, थॉमस ने भारत के तीन शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था, जिसमें धवन को दो बार आउट करना भी शामिल है. रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली दोनों को 145 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाली गेंदों का सामना करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. जब उन्होंने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय वनडे ओवर फेंका था तब उनकी छः गेंदों की रफ्तार कुछ यूं थी: 147, 147, 140, 149, 147, 147.
उनके रन-अप और लम्बाई के चलते उन्हें अतिरिक्त उछाल मिलता है जो उनकी टीम के लिए एक अतिरिक्त बोनस साबित होगा.
3. एश्टन टर्नर
मोहाली में मात्र 44 गेंदों पर 84 रन बनाने और नॉट आउट रहने वाले खिलाड़ी एश्टन टर्नर थे जिनकी मदद से ऑस्ट्रेलिया को 359 रन के लक्ष्य का पीछा करने में मदद मिली और इन्होंने एकदिवसीय श्रृंखला में शानदार वापसी की. भारत में अपने करियर की शानदार शुरुआत करने के बाद पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया का यह क्रिकेटर आईपीएल में भी अपनी फॉर्म बरकरार रखना चाहेगा.
ऑस्ट्रेलिया के एश्टन टर्नर राजस्थान रॉयल्स के लिए 50 लाख रूपए में फायदे का सौदा रहे हैं. बेशक उन्होंने सिर्फ तीन एकदिवसीय मुकाबले ही खेले हैं, लेकिन शेन वार्न के मुताबिक उनके पास एक अनुभवी दिमाग है.
“वह समझदार तरीके से काम करते हैं. वह अनुभवी हैं. हमने उनकी प्रतिभा देखी है. उनके पास एक अद्भुत प्रतिभा है. मुझे लगता है कि इस साल टर्नर अपनी छाप छोड़ेंगे.”शेन वार्न, ब्रांड एम्बेसडर, राजस्थान रॉयल्स
जैसा कि मोहाली के मैच में हम सबने देखा, टर्नर का शॉट सेलेक्शन और दबाव में खेलने की उनकी क्षमता, आईपीएल में उनकी टीम के लिए फायदेमंद होगी, और वह विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की टीम में भी अपनी जगह पक्की कर सकते हैं.
4. सैम कुरेन
अगर पिछले ग्यारह सीजंस पर नजर डाली जाए, तो एक आईपीएल टीम के लिए एक अच्छा ऑलराउंडर सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहा है और इंग्लिश क्रिकेटर सैम कुरेन इसके लिए पूरी तरह से परफेक्ट हैं. पिछली गर्मियों में, जब भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया, तो कुरेन ने टेस्ट सीरीज में भारत को शिकस्त देने में अहम भूमिका निभाई थी और इंग्लैंड ने यह श्रृंखला 4-1 से जीत ली थी. उन्होंने चार टेस्ट मैचों में 11 विकेट चटकाए और निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए बल्ले से भी भरपूर योगदान दिया. उन्होंने दो अर्धशतक बनाए और पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ अच्छी बल्लेबाजी की.
कुरेन भारत के कपिल देव के बाद सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक टेस्ट सीरीज में 250 से अधिक रन बनाए हैं और 10 से अधिक विकेट लिए हैं. लिमिटेड ओवर फार्मेट में एक कम अनुभवी खिलाड़ी होने के बावजूद उनसे उम्मीदें हैं कि वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे और इसलिए तीन टीमों- दिल्ली कैपिटल्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और किंग्स इलेवन पंजाब ने उनके लिए जमकर बोली लगाई और आखिर में पंजाब ने उन्हें 7.20 करोड़ रुपये में खरीदा.
5. मिचेल सेंटनर
मिचेल सेंटनर को पिछले सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा था लेकिन वह इस साल आईपीएल में अपना डेब्यू करेंगे. पिछली बार न्यूजीलैंड के इस खिलाड़ी को चोट लग गई थी जिसके कारण वह पूरा सीजन खेलने से चूक गए थे लेकिन इस साल चेन्नई सुपर किंग्स ने सेंटनर को 50 लाख रुपये में रिटेन करने का फैसला लिया है.
बॉलिंग ऑलराउंडर, सेंटनर ने अंतरराष्ट्रीय टी20 सीरीज में भारत के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी की थी. उन्हें अभी तक बल्ले से अपना जलवा दिखाना बाकी है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह इस सीजन में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बन पाते हैं या नहीं. अपने लेफ्ट-आर्म ऑफ-स्पिन के साथ, वह भारतीय पिचों पर अहम साबित हो सकते हैं.
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