आईपीएल में होता भी यही है. जो टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर होने लगती है वो फिर दूसरी टीमों का खेल खराब करती है. ये काम इस बार विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम कर रही है. वही रॉयल चैलेंजर्स की टीम जो शुरू के छह में से छह मैच हार गई वो अब अलग ही अंदाज में नजर आ रही है.
रविवार को उसने प्वाइंट्स टेबल की टॉप की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को सांसे रोक देने वाले मुकाबले में 1 रन से हरा दिया. आखिरी ओवर में जीत के लिए चेन्नई को 26 रन चाहिए थे. धोनी क्रीज पर थे. आखिरी ओवर उमेश यादव फेंक रहे थे. धोनी ने उनकी पहली पांच गेंद पर 24 रन बना भी लिए थे. लेकिन आखिरी गेंद पर जब सिर्फ दो रन चाहिए तब शार्दुल ठाकुर रन आउट हो गए.
इस जीत के बाद भी प्लेऑफ तक पहुंचने का आरसीबी का रास्ता लगभग बंद हो चुका है लेकिन अब बाकी टीमों को सावधान रहने की जरूरत है. आईपीएल का इतिहास बताता है कि प्लेऑफ की रेस के खत्म होते होते लड़ाई नेट रन रेट पर आ जाती है. जब दो टीमों के ‘विनिंग’ मैच की संख्या बराबर होती है तो ये सारे गुणा-भाग शुरू हो जाते हैं. इसलिए आपको बताते हैं कि इस सीजन की प्वाइंट टेबल के मद्देनजर कौन सी टीमों को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से अब बचकर रहना है.
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कौन कौन सी टीमों को रहना है सावधान
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को इस सीजन में अभी चार मैच और खेलने हैं. ये चार मैच आरसीबी को किंग्स इलेवन पंजाब, दिल्ली कैपिटल्स, राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलना है.
दिलचस्प बात ये है कि ये चारों ही टीमें अभी प्लेऑफ की रेस में है. एक बार इन चारों टीमों की मौजूदा स्थिति देख लेते हैं, प्वाइंट टेबल पर नजर डालिए.
मोटे तौर पर प्वाइंट टेबल का गणित कुछ ऐसा है कि अब जो टीमें 14 में से 8 मैच जीतेंगी वो प्लेऑफ में पहुंचेगी. आरसीबी अब अगर सीजन के बाकी बचे चारों मैच जीत भी लेती है तो भी उसके खाते में सिर्फ 7 जीत होंगी.
राजस्थान रॉयल्स जैसी टीमों के लिए असली खतरा है क्योंकि वो अब अगर एक भी मैच हारती है तो वो भी प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जाएगी. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पहले मैच में भी आरसीबी आखिरी ओवर में हारी थी. आखिरी ओवर में राजस्थान को जीत के लिए पांच रन चाहिए थे. जो उसने बना लिए थे.
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आखिर कैसे बदला बैंगलोर का प्रदर्शन
आरसीबी के इस बदले प्रदर्शन की कई वजहें हैं. अव्वल बैंगलोर की टीम से वो ‘प्रेशर’ खत्म हो गया जो उस पर शुरूआती मैचों में लगातार हार के बाद बन गया था. अब लगातार 6 हार के बाद टीम रंग में दिख रही है. एक बड़ा फर्क कप्तान विराट कोहली के प्रदर्शन से भी पड़ा.
आरसीबी को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जब सीजन की पहली जीत मिली तो उसमें विराट कोहली की 53 गेंदों पर खेली गई 67 रनों की पारी का अहम रोल था. कोलकाता नाइट राइडर्स को जब आरसीबी ने हराया तो उस मैच में विराट कोहली ने शानदार शतक जड़ा था. कोलकाता के खिलाफ मैच में विराट ने 58 गेंदों पर 100 रन बनाए थे.
इन दोनों पारियों की बदौलत विराट कोहली अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप 10 बल्लेबाजों की फेहरिस्त में भी विराट कोहली छठे नंबर पर पहुंच गए हैं. आरसीबी की टीम का सफर दरअसल देरी से शुरू हुआ लेकिन अब वो कई टीमों का सफर रोकेगी, ये बात तय है.
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