अमेरिकन टेक कंपनी Apple ने भारत के प्लांट में अपने फ्लैगशिप मॉडल iPhone-13 का प्रोडक्शन अप्रैल से शुरू करने जा रही है. बिजनेस स्टैडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक एप्पल भारत स्थित फॉक्सकॉन प्लांट में प्रोडक्शन शुरू करेगी. भारत में आईफोन 13 का प्रोडक्शन घरेलू और निर्यात दोनों के लिए होगा.
बताया जा रहा है कि भारत में लॉन्चिंग के 7 महीने बाद Apple के अप्रैल से चेन्नई के पास श्रीपेरंबुदूर में फॉक्सकॉन प्लांट में iPhone 13 का निर्माण शुरू करने की उम्मीद है. बता दें, आईपोन 13 सीरीज को सितंबर महीने में भारत में लॉन्च किया गया था. इसके साथ ही आईफोन 13 प्रो और 13 प्रो मैक्स देश में सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल भी है. शायद यही वजह है कि एप्पल ने भारत में आईफोन 13 सीरीज का प्रोडक्शन करने की योजना बनाई है.
कंपनी का लक्ष्य भारत में उन सभी मॉडल का प्रोडक्शन करना है, जिनकी डिमांड सबसे ज्यादा है. वहीं, कंपनी का मानना है कि भारत में प्रोडक्शन बढ़ाने से ग्लोबल मार्केट में उसके डिवाइस की सप्लाई बेहतर होगी.
दरअसल, चेन्नई के फॉक्सकॉन प्लांट में iPhone 13 का उत्पादन जनवरी महीने से शुरू होना था, लेकिन 'फूड प्वाइजनिंग' की घटना के बाद महिला श्रमिकों की ओर से दिसंबर में विरोध किया गया. जिसके बाद Apple की ओर से उत्पादन को निलंबित कर उसे स्थगित कर दिया गया. हालांकि, इसे जनवरी के मध्य में फिर से खोला गया, लेकिन फरवरी तक उत्पादन शुरू नहीं किया जा सका. वहीं, प्रोडक्शन को लेकर एप्पल इंडिया और फॉक्सकॉन के अधिकारियों ने कोई टिप्पणी नहीं की है.
iPhone SE की प्री-बुकिंग शुरू
Apple ने अभी अपने नए iPhone SE की प्री-बुकिंग शुरू की है, जिसकी कीमत 43,900 रुपये है. लेकिन Wistron की ओर से बनाया गया यह मॉडल ज्यादातर भारत में सीमित संख्या में निर्यात और बिक्री के लिए है. बता दें, Wistron, Apple के अनुबंध निर्माताओं में से एक है.
Apple के लिए भारत बना चीन का विकल्प
Apple ने भारत से 1 अक्टूबर 2020 से 25 सितंबर 2021 के बीच 3.3 बिलियन डॉलर का राजस्व अर्जित किया था, जिससे उसका राजस्व दोगुना हो गया था. बावजूद यह अभी भी इसके कुल वैश्विक राजस्व के 1 प्रतिशत से भी कम है. इस कम आंकड़े के बावजूद, भारत, चीन का एक विकल्प बना है. यही कारण है कि iPhone 13 को उसी दिन भारत में लॉन्च किया गया था, जिस दिन अमेरिका, चीन, यूएई, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया जैसे अन्य प्रमुख वैश्विक बाजारों में. बता दें, पहले भारत में नया फोन आने के लिए तीन से चार हफ्ते इंतजार करना पड़ता था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)