दुनियाभर में चैटिंग के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल में आने वाला व्हाट्सऐप स्पायवेयर का शिकार हुआ है. इससे दुनियाभर में व्हाट्सऐप के 1.5 अरब यूजर्स का पर्सनल डेटा खतरे में पड़ गया है. कंपनी ने इस सिलसिले में बयान भी जारी किया है.
इस अटैक के पीछे इजरायल की एक प्राइवेट कंपनी एनएसओ ग्रुप का हाथ बताया जा रहा है. ये कंपनी ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट और जर्नलिस्ट पर जासूसी के लिए स्पायवेयर सप्लाई करती है.
अब इस पर आरोप लगा है कि आईफोन और एंड्रॉयड फोन में सेंध लगाने के लिए इसने व्हाट्सऐप बग का इस्तेमाल किया है.
क्या करता है ये बग?
इस व्हाट्सऐप बग का इस्तेमाल कर, डिजिटल अटैकर्स बड़ी ही आसानी से यूजर के फोन का डेटा चुरा सकते हैं. इसमें वॉट्सऐप कॉल करने पर अटैकर्स यूजर्स का डेटा फोन से निकाल सकते हैं, भले ही यूजर ने वो कॉल नहीं उठाई हो. कभी-कभी ये कॉल यूजर के कॉल लॉग में भी दिखाई नहीं देती. इसमें फोन का कैमरा और माइक्रोफोन अपने आप टर्न ऑन हो जाता है. ये लोकेशन डेटा भी कलेक्ट करता है.
कैसे चला इस बग का पता?
इसका पता तब चला, जब इसका इस्तेमाल लंदन के एक वकील का फोन हैक करने के लिए किया गया. वकील ने एनएसओ ग्रुप पर आरोप लगाया था कि वो जर्नलिस्ट और एक्टिविस्ट के फोन हैक करने के लिए अपनी सुविधाएं देता है.
वकील ने बताया कि नॉर्वे के नंबर्स से आए व्हाट्सऐप वीडियो कॉल आने के बाद उसे अपने फोन में इस बग के आने का शक हुआ. इसके बाद जांच करने पर बग का पता चला.
यूजर क्या करें?
अपना व्हाट्सऐप सबसे पहले अपडेट करें. कंपनी ने बयान जारी कर फौरन अपने यूजर्स से व्हाट्सऐप को अपडेट करने के लिए कहा है. कंपनी ने कहा कि ऐप के साथ-साथ यूजर्स अपने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को भी तुरंत अपडेट करें, ताकि उनका फोन सुरक्षित रहे.
व्हाट्सऐप ने कहा है कि ये अटैक कितने यूजर्स पर किया गया है, ये अभी साफ नहीं हो पाया है. हालांकि वो इस बग पर दिन-रात काम कर रहा है. व्हाट्सऐप ने सोमवार को इस समस्या का टेंपररी समाधान ढूंढा है, लेकिन इसे पूरी तरह से खत्म करना अभी बाकी है.
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