पूरे देश में रिलायंस जियो के 1 करोड़ 60 लाख से ज्यादा यूजर्स जियो सर्विस का फायदा उठा रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक जियो के 4जी नेटवर्क पर लोग 16,000 टेराबाइट (TB) डाटा का इस्तेमाल कर रहे हैं.
इसी के साथ ही इस नई टेलीकॉम कंपनी ने विश्व स्तर पर चाइना टेलीकॉम (12,000TB/Day) और वोडाफोन ग्लोबल (6,000TB/Day) को भी पछाड़ दिया है.
रिलायंस ने 5 सितंबर से अपनी जियो सेवा देनी शुरू की है. कंपनी का कहना है कि जितनी तेजी से उसके कंज्यूमर बने हैं, उतनी तेजी से तो व्हाट्स ऐप के यूजर्स भी नहीं बने थे.
आखिर क्या है जो रिलायंस जियो को सबसे बड़ा और तेज बनाता है? इसका जवाब सिर्फ एक शब्द में छिपा है और वो है- 'मुफ्त'.
फ्री सर्विस की वजह से जियो पर सबसे ज्यादा डाटा ट्रेफिक आ रहा है. ये एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया को मिला कर भी इनसे 4.2 गुणा ज्यादा है.क्रेडिट सुइस की रिपोर्ट
जियो का वेलकम ऑफर अभी दिसंबर तक है, जिसके मार्च 2017 तक बढ़ने की उम्मीद है. अभी सिर्फ जियो ही 4जी नेटवर्क पर उपलब्ध है. जबकि वोडाफोन, एयरटेल और आइडिया 2जी/3जी नेटवर्क ही दे रहे हैं.
रिलायंस अभी फ्री इंटरनेट दे रहा है इस बात से मुंह नहीं मोड़ सकते लेकिन असली परीक्षा तब होगी जब लोग फ्री इंटरनेट की स्कीम खत्म होने के बाद इसका इस्तेमाल बंद कर देंगे. इससे रिलायंस के 10 करोड़ ग्राहक बनाने के लक्ष्य को भी झटका लगेगा.
बढ़ेगा डाटा से रेवेन्यू
भारत डाटा रेवेन्यू मार्केट की तरफ बढ़ रहा है. जिससे वॉयस कॉल और मैसेज से रेवेन्यू काफी कम हो जाएगा. लेकिन ये कहना सेफ रहेगा कि हाल के भविष्य में ऐसा कुछ नहीं होने वाला है.
फिच रेटिंग के मुताबिक रिलायंस जियो 2% से भी कम रेवेन्यू मार्केट शेयर का लाभ उठा पाएगा. लेकिन इस सेक्टर में प्राइस के मामले में यह सबसे ज्यादा उथल-पुथल मचाएगा.
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