टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एयरटेल, वोडाफोन और आईडिया टेलिकॉम पर 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाने का फैसला किया है.
ट्राई ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम से रिलायंस जियो को इंटरकनेक्टर्स नहीं देने की वजह से अन्य टेलिकॉम कंपनियों पर भारी जुर्माना लगाने को कहा है.
ट्राई के अनुसार एयरटेल और वोडाफोन दोनों को 1050 करोड़ रुपये और आईडिया सेलुलर को 950 करोड़ का जुर्माना देना होगा.
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जियो के दंगल में एयरटेल-वोडाफोन
दूरसंचार विभाग लेगा फैसला
रिलायंस जियो यूजर्स के लिए सबसे बड़ी समस्या कॉल ड्रॉप और नो कनेक्टिविटी है. जियो के मुताबिक, इसके लिए अन्य टेलिकॉम कंपनियां इंटरकनेक्टर्स नहीं प्रोवाइड कर रही हैं. ट्राई ने पहले भी कई बार इन कंपनियों को चेतावनी देने के बाद ये जुर्माना लगाया है. नियमों के मुताबिक, इंटरकनेक्ट प्वॉइंट्स की समस्या के चलते टेलिकॉम कंपनियां कुल कॉल्स की 0.5 परसेंट कॉल्स ड्रॉप कर सकती हैं. लेकिन जियो के मामले में ये लिमिट 80-90% तक पहुंच चुकी है.
लेकिन इस मामले में अंतिम फैसला करने का अधिकार दूरसंचार विभाग के पास है. दूरसंचार विभाग के पास इन टेलिकॉम कंपनियों का लाइसेंस कैंसल करने का अधिकार भी है.
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मुकेश अंबानी ने पहले ही दी थी धमकी
रिलायंस जियो के फाउंडर मुकेश अंबानी ने 16 अक्टूबर को ही अन्य टेलिकॉम कंपनियों को साफ शब्दों में इंटरकनेक्टर्स नहीं प्रोवाइड कराने को लेकर चेतावनी जारी की थी.
जियो ने टेलिकॉम कंपनियों को साफ चेताया था कि टेलिकॉम कंपनियां सर्विस नियमों का पालन नहीं कर रही हैं जिसका उन्हें बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है और इसके लिए वे खुद ही जिम्मेदार होंगी.
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