फेसबुक डेटा लीक पर जो विवाद हुआ था वो भूल जाइए, इसका सबसे बड़ा फायदा ये हुआ है कि भारत को नया देसी सोशल मीडिया नेटवर्क मिलने जा रहा है. महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने 'पीपल' नाम से एक भारतीय सोशल मीडिया नेटवर्क की तैयारी पूरी कर ली है.
फेसबुक डेटा लीक के बाद महिंद्रा ने की थी पहल
दरअसल, फेसबुक डेटा लीक की खबर आने के करीब एक हफ्ते बाद ही आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लोगों से पूछा था कि क्या ये देसी सोशल मीडिया नेटवर्क लाने का सही समय नहीं है? उन्होंने कहा था कि ये वक्त ऐसा है जहां फेसबुक से ज्यादा प्रोफेशनल नेटवर्क की जरूरत है, महिंद्रा ने भारतीय स्टार्टअप से कुछ ऐसा बनाने की अपील भी की थी और खुद सहयोग की भी बात की थी.
जसप्रीत बिंद्रा ने महिंद्रा की चुनौती मंजूर की
आनंद महिंद्रा के इस पहल को महिंद्रा ग्रुप के डिजिटल सीनियर वाइस प्रेसिडेंट जसप्रीत बिंद्रा ने आगे बढ़ाया और ब्लॉकचेन एनेबल्ड सोशल मीडिया नेटवर्क बनाने का सुझाव दिया. पिछले करीब 2 महीनों से महिंद्रा और बिंद्रा मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं.
ऐसे में जब पूरी दुनिया में डेटा सिक्योरिटी पर विवाद छिड़ा है, जसप्रीत बिंद्रा ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए इससे निपटने की तैयारी में दिख रहे हैं.
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक ऐसा प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है, जिसमें दो पक्षों के बातचीत के बीच किसी तीसरे के दखल की गुंजाइश नहीं होती है. इस टेक्नोलॉजी में हर डेटा का रिकॉर्ड होता है और इसे सिर्फ उन लोगों के बीच ही शेयर किया जाता है जो इससे जुड़े हैं. हर बातचीत या ट्रांजेक्शन के बीच इसे वेरिफाई किया जाता है. ऐसे में डेटा लीक की गुंजाइश खत्म हो जाती है.
आनंद महिंद्रा और जसपीत बिंद्रा की बातचीत के एक महीने के भीतर ही सोशल मीडिया पीपल की तैयारी पूरी हो चुकी है. पीपल की तरफ से एक ट्वीट में डेटा सिक्योरिटी का ही जिक्र करते कहा गया है कि यहां हमारा अपना डेटा होगा और हम तय करेंगे कि इसका क्या करना है.
जगह बना पाएगा पीपल?
देसी सोशल मीडिया नेटवर्क 'पीपल' मार्केट में आने को ऐसे वक्त तैयार है, जब पूरी दुनिया की निगाहे भारत के इंटरनेट यूजर्स पर हैं. 27 करोड़ फेसबुक यूजर्स वाले इस देश में हर साल नए-नए विदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की एंट्री हो रही है. ऐसे में पीपल की सबसे बड़ी चुनौती होगी कि वो इसे किस तरह लोगों में मशहूर बना पाते हैं. फिलहाल, 'पीपल' का कहना है कि ये पूरी तरह इंडियन है, डेमोक्रेटिक है, इसे लोगों के द्वार और लोगों के लिए बनाया गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)