गूगल के लिए काम करने वाले थर्ड पार्टी यानी कॉन्ट्रैक्टर्स स्मार्टफोन, होम स्पीकर और सुरक्षा कैमरों पर गूगल असिस्टेंट के जरिए आपके बेडरूम की बातचीत को सिक्रेट तौर से सुन रहे हैं. एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस तरह की रिकॉर्डिग से यूजर्स की गोपनीयता पर गंभीर सवाल उठते हैं. बेल्जियम के ब्रॉडकास्टर वीआरटी एनडब्ल्यूएस के मुताबिक, गूगल होम स्पीकर के साथ यूजर्स की बातचीत रिकॉर्ड की जा रही है और ऑडियो क्लिप सब-कॉन्ट्रैक्टर्स को भेजे जा रहे हैं, जो गूगल की स्पीच रिक्गनिशन में सुधार के लिए ऑडियो फाइलों को बाद में इस्तेमाल करने के लिए ट्रांसक्रिप्ट कर रहे हैं.
व्हिसिलब्लोअर का खुलासा
एक व्हिसिलब्लोअर की मदद से वीआरटी एनडब्ल्यूएस गूगल असिस्टेंट के जरिए रिकॉर्ड किए गए एक हजार से अधिक अंशों को सुनने में सक्षम रहा. बुधवार को जारी हुई रिपोर्ट में कहा गया, "इन रिकॉर्डिग में हम पता और संवेदनशील जानकारी साफ सुन सकते हैं. इससे बातचीत में शामिल लोगों की पहचान करना और ऑडियो रिकॉर्डिग से उसको मैच कराना आसान हो गया है."
वीआरटी ने कहा, "बहुत से पुरुषों ने पॉर्न की खोज की, पति-पत्नी के बीच बहस, और यहां तक कि एक मामला जिसमें एक महिला आपातकालीन स्थिति में थी. इन सभी बातों का पता हमें रिकॉर्डिग से चला." इससे भी ज्यादा चिंता वाली बात यह है कि व्हिसलब्लोअर ने वीआरटी को जिस प्लेटफॉर्म को दिखाया था, उसके पास पूरी दुनिया की रिकॉर्डिग मौजूद थी.
International Data Corporation के मुताबिक, भारत में, अमेजॅन इको ने 2018 में 59 फीसदी शेयर के साथ भारतीय स्मार्ट स्पीकर बाजार का नेतृत्व किया, इसके बाद गूगल होम 39 प्रतिशत यूनिट शेयर के साथ मौजूद रहा.
देश में 2018 में कुल 753 हजार यूनिट भेजी गईं. गूगल होम के मिनी और दूसरे सभी स्मार्ट स्पीकर मॉडल बिक गए और वो एक टॉप कंपनी के तौर पर उभरी.
(इनपुट: IANS)
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