वीडियो एडिटर: वरुण शर्मा
आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से कश्मीर घाटी में तनाव बना हुआ है. क्विंट की ग्राउंड रिपोर्ट की 10वीं कड़ी में हमने श्रीनगर में पैलेट गन से घायल एक बच्चे के परिवार से मुलाकात की. बच्चा फिलहाल आईसीयू में भर्ती है.
श्रीनगर में 6 अगस्त को 15 साल का एक लड़का पैलेट गन से घायल हो गया. उस घटना के बारे में लड़के के बड़े भाई बताते हैं:
“मेरा भाई दोस्तों के साथ ग्राउंड में कैरम खेलने निकला था. 12- 15 साल के छोटे बच्चे खेल रहे थे. भाई गेम हार गया तो क्रिकेट खेलने लगा. क्रिकेट बॉल ग्राउंड से बाहर लेन में चली गई. लेन की दूरी सड़क से बहुत कम है. सीआरपीएफ और पुलिस कैंप की तरफ जा रहे थे, जो दिनभर सड़कों पर ड्यूटी पर होते हैं. अचानक बॉल लेने के लिए झुका तो उन्हें लगा कि पत्थर चलाने के लिए झुका है. उन्होंने पहले टीयर शेल मारा, जो उसके सिर में लगा. इसकी वजह से उसे कुछ दिखाई नहीं दिया. उसकी आंखों को टारगेट किया और पैलेट मार दिया.”पीड़ित के बड़े भाई
लड़के ने हाल ही में 10वीं की परीक्षा दी थी. परिवारवालों के मुताबिक वो एक अच्छा क्रिकेट खिलाड़ी है और खेल को करियर के रूप में चुनना चाहता है. भाई का कहना है कि “यहां बच्चों पर पैलेट चलाया जा रहा है जबकि बाहर के देशों में जानवरों पर भी इसका इस्तेमाल बैन है.”
सीटी स्कैन में पता चला कि एक पैलेट आंख में लगकर (दिमाग के अंदर) तक चला गया था, जिसकी वजह से इसकी सर्जरी हुई. बांई आंख खराब हो गई है. डॉक्टर कह रहे हैं कि अभी ICU में है. कुछ भी नहीं कर सकते. थोड़ा ठीक हो रहा है. आज एक बच्चे की कंडिशन ऐसी है, कल दूसरे के बच्चे की होगी.पीड़ित के बड़े भाई
आगे पीड़ित के भाई कहते हैं, “उनको पैलेट मारना भी था तो पैरों पर मारते. सीधा आंखों पर मारा. छोटे बच्चों की (मारकर) जेनरेशन खत्म कर देंगे”
आपको बता दें कि मेनस्ट्रीम यही दिखा रही है कि कश्मीर में शांति है. कोई प्रोटेस्ट नहीं है. 13 अगस्त को गृह मंत्रालय ने उन मीडिया रिपोर्ट्स की पुष्टि की जिसमें बताया गया था कि 9 अगस्त को श्रीनगर के सौरा में पत्थरबाजी की घटना हुई थी.
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