महाराष्ट्र में साथी विरोधी नजर आ रहे हैं. बीजेपी शिवसेना में झगड़ा हो रहा है. मित्रों में बातचीत तक बंद हो गई है. क्या है इसके पीछे की वजह? अब राज्य में सरकार कैसे बनेगी? कौन होगा सीएम? क्या बीजेपी-शिवसेना में सुलह हो जाएगी? या फिर शिवसेना कांग्रेस-एनसीपी के साथ जाकर मिल जाएगी? इन तमाम विषयों पर द क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया ने यूट्यूब सुपरचैट किया, जिसमें दर्शकों ने उनसे कई सवाल पूछे.
इस सवाल पर कि क्या महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बन सकती है, संजय पुगलिया ने कहा कि ऐसा नहीं होने वाला. आखिर में सरकार बीजेपी-शिवसेना की ही बनेगी. उनकी राय ये भी है कि शिवसेना-NCP का गठबंधन रोकने के लिए बीजेपी NCP से बैक चैनल से बात कर सकती है. संभव है कि NCP बीजेपी की बात मान जाए क्योंकि ये उसके भी हित में है.
बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई. इसमें देवेंद्र फडणवीस को नेता चुना गया. यानी बीजेपी की तरफ से सीएम पद के दावेदार देवेंद्र फडणवीस ही हैं.
इस झगड़े की एक वजह है ये कि शिवसेना महाराष्ट्र में अपने वोटर को मैसेज देना चाहती है. मैसेज ये कि वो छोटे भाई की भूमिका में नहीं है. एक सवाल ये आया कि क्या महाराष्ट्र के नतीजों और बीजेपी-शिवसेना के झगड़े के कारण बिहार में भी NDA में दरार आएगी. इसके जवाब में संजय पुगलिया ने बताया कि ऐसा बिहार में नहीं होने वाला. ये भी सही है कि बिहार में बीजेपी-JDU के बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं लेकिन वहां की ग्राउंड रियलिटी ऐसी है कि बीजेपी अकेले ज्यादा कुछ नहीं कर पाएगी.
विधायक दल की बैठक के बाद पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर ने साफ कर दिया कि महाराष्ट्र के सीएम तो देवेंद्र फडणवीस ही होंगे.
संजय पुगलिया के मुताबिक अगर शिवसेना नहीं मानी तो बीजेपी महाराष्ट्र में अल्पमत की सरकार बनाएगी और बाद में फिर शिवसेना से सरकार में आने की अपील करेगी.
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