वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम
कैमरापर्सन: मुकुल भंडारी/ शिव कुमार मौर्य
महाराष्ट्र में लंबी चली सियासी उठापटक के बाद राज्य की राजनीति का रुख क्या है और आगे क्या होगा? महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण से क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया ने बातचीत की.
क्विंट के खास कार्यक्रम 'राजपथ' में पृथ्वीराज चव्हाण ने मंत्रिमंडल विस्तार से लेकर MVA गठबंधन और बुलेट ट्रेन के भविष्य तक कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी. विचारधाराओं से अलग जाकर किए गए गठबंधन पर उन्होंने साफ कहा कि इस गठबंधन का सीधा और साफ मकसद BJP को सत्ता में आने से रोकना था. उन्होंने कहा कि BJP को रोकने के लिए गठबंधन ना करते तो खत्म हो जाते.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह की जोड़-तोड़ की नीति और किसी भी हाल में सरकार बनाने की जिद ने दलों के बीच सीमेंटिंग फोर्स का काम किया और ये दल सरकार गठन के लिए साथ आए. उन्होंने नागपुर अधिवेशन के बाद महाराष्ट्र के मंत्रिमंडल विस्तार की भी जानकारी दी.
चव्हाण ने देवेंद्र फडणवीस की सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि चुनाव के बाद देवेंद्र फडणवीस की 80 दिन की सरकार के हर फैसला का रिव्यू होना चाहिए. साथ ही महाराष्ट्र में बुलेट प्रोजेक्ट के पीछे बीजेपी के राजनीतिक हित छिपे होने की बात कही. उन्होंने कहा कि ‘बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट जापान को देना गलती थी.’
विचारधाराओं से परे जाकर किए गए गठबंधन में अंतर्विरोध को संभालना कितना मुश्किल होगा? इस सवाल के जवाब में चव्हाण कहते हैं-
जहां-जहां अंतर्विरोध है, ये साफ बात है कि जहां शिवसेना जीती है वहां शिवसेना का दबदबा है, उनकी ताकत हमसे ज्यादा रही है. कांग्रेस और NCP साथ में थी और उधर शिवसेना-बीजेपी साथ में थी. तो जहां शिवसेना जीती है, वहां उनका असर है. जहां हम जीते हैं, वहां हमारा असर है. जहां-जहां जिस दल के विधायक जीते हैं उनका दबदबा वहां है. अगर हम तीनों साथ में ठीक तरह से चलते हैं, जो मुझे पूरी उम्मीद है तो जिलों में, जहां-जहां महानगर पालिकाओं में, नगर पालिकाओं, जिला परिषदों में आजकल बीजेपी की सत्ता है, हम बीजेपी की सरकार को वहां से निकाल बाहर कर, तीनों मिलकर एक अल्टरनेटिव सरकार बना सकते हैं.
NCP-कांग्रेस-शिवसेना महाराष्ट्र में लोकल चुनाव मिलकर लड़ेंगे?
इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “हम तीनों के, NCP-कांग्रेस-शिवसेना के अगर आंकड़े देखें तो करीब-करीब 50% वोट हैं, बीजेपी के सिर्फ 27-28 % वोट है, तो आने वाले दिनों में कोई भी चुनाव हो चाहे बाय-इलेक्शन हो या लोकल बॉडी चुनाव हो, बीजेपी को वहां से निकाल बाहर करेंगे.”
देखिए पूरा इंटरव्यू.
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