वीडियो एडिटर: वरुण शर्मा
वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी
क्विंट का चुनावी सफर पहुंचा महाराष्ट्र के वर्धा जिले में देवली पुलगांव विधानसभा क्षेत्र . कांग्रेस की मजबूत सीट में से एक देवली पुलगांव सीट पर इस बार मुकाबला त्रिकोणीय है. कांग्रेस ने रणजीत कांबले पर विश्वास जताते हुए उन्हें टिकट दिया है. वहीं बीजेपी शिवसेना गठबंधन में ये सीट शिवसेना के खाते में गई है.
देवली पुलगांव का इलाका खेती किसानी के लिए जाना जाता है. यहां के अधिकतर लोग किसान हैं. सरकार ने किसानों के लिए क्या किया और किसान सरकार के काम से कितने खुश हैं? यही जानने के लिए क्विंट ने यहां के किसानों से बात की.
किसानों को कहना है कि सरकार ने बहुत सारी योजनाएं लाई हैं. लेकिन उन्हें ठीक से लागू नहीं किया गया है. अधिकारियों पर सरकार का नियंत्रण नहीं है.
सीधा-सादे किसानों के सामने अधिकारी बहाने बनाते हैं. किसानों को जिस तरह का लाभ मिलना चाहिए वो नहीं मिल रहा है.प्रवीण, किसान
शिवप्रसाद तिवारी कहते हैं कि मुझपर 3 लाख रुपये का कर्ज है. लेकिन अभी तक कोई कर्ज माफ नहीं हुआ है. हमारा कर्ज और ब्याज बढ़ रहा है.
रामदास रोहनकर का कहना है- “किसानों के मन में शिवसेना उम्मीदवार के लिए बहुत चिढ़ है. लोगों से उनका संपर्क नहीं है. वो बाहरी उम्मीदवार हैं. एक बाहरी को टिकट दिए जाने से लोगों में नाराजगी है. यहां से बीजेपी उम्मीदवार ही होना चाहिए था.”
स्थानीय उम्मीदवार से नाराजगी के बावजूद इन लोगों का कहना है कि राज्य में फडणवीस सरकार ही सत्ता में वापसी करेगी. राज्य सरकार से इनकी कोई नाराजगी नहीं है.
समीर देशमुख यहां से शिवसेना उम्मीदवार हैं. जिसकी वजह से बीजेपी के नेता बागी हो गए हैं. स्वतंत्र उम्मीदवार राजेश बकाणे भी कांग्रेस और बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को वोटिंग होनी है. नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.
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