महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर खींचतान जारी है. चर्चा है कि शिवसेना, एनसीपी सरकार बनाएगी और कांग्रेस बाहर से समर्थन देगी.
क्विंट ने एनसीपी महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल से इस बारे में बात की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में अगर बीजेपी और शिवसेना गठबंधन सरकार बनाने में असफल हो जाती है तो उनकी पार्टी को विकल्प पर विचार करना होगा.
हमारा मन बना हुआ था कि शिवसेना और बीजेपी सरकार बनाएगी और हमारी पार्टी को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला जिसे हम स्वीकार करते हैं. लेकिन सरकार बनाने में दिक्कत आ रही है. ऐसे में दूसरे विकल्पों पर सोच विचार करना ही होगा. हम ऐसा करना नहीं चाहते थे लेकिन अगर ऐसा प्रस्ताव आएगा तो विचार कर सकते हैं.जयंत पाटिल
उन्होंने बीजेपी पर तंज किया कि 56 इंच सीने की बात करने वाली पार्टी शिवसेना के 56 एमएलए को हैंडल नहीं कर पा रही है. पीएम मोदी के 56 इंच सीने के प्रचार को रोकने का काम शिवसेना एमएलए करते हैं तो ये मुमकिन है. उन्होंने ये भी कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत की तरफ से लगातार महाराष्ट्र सीएम पद पर शिवसेना की दावेदारी और देवेंद्र फडणवीस को आउटगोइंग सीएम करार देने पर पर जयंत ने कहा कि वो उनके बयानों से सहमत नहीं हैं. संख्या के बिना सरकार बनाने की बात पर चर्चा फिलहाल सही नहीं है. लेकिन अगर उन्होंने ऐसा कहा है, इसका मतलब कि शिवसेना विचार कर चुकी है. अगर वो इसपर बनी रहती है तो जो भी प्रस्ताव सामने आएंगे, उसपर विचार करेंगे. वो प्रस्ताव महाराष्ट्र की जनता के हित में हुआ तभी हम स्वीकार करेंगे.
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