उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के आधार को मजबूत करने और लोकसभा चुनाव में अच्छे नतीजे की कोशिश में जुटीं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 18 मार्च से इलाहाबाद से नौका के जरिए ‘गंगा-जमुनी तहजीब यात्रा’ की शुरुआत करेंगी. ये यात्रा 19 मार्च को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पूरी होगी. इससे पहले उन्होंने यूपी में एक अलग चुनावी एंगल दे दिया है.
गठबंधन के बाद एसपी-बीएसपी और कांग्रेस में जो खटास सी दिख रही थी, उसे दूर करने के लिए कांग्रेस ने एसपी-बीएसपी-आरएलडी के लिए 7 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार नहीं खड़े करने का ऐलान किया है. इसी के साथ कांग्रेस और प्रियंका गांधी की तरफ से ये संदेश देने की कोशिश भी की जा रही है, कि जिस गंगा को साफ करने को लेकर राजनीति होती आई है, उसी सफाई के लिए 'गंगा एक्शन प्लान' की शुरुआत राजीव गांधी ने ही की थी. बीजेपी की ब्रांडिंग के बावजूद भी गंगा नदी को पूरी तरह से साफ नहीं बताया जा सकता. इस संदेश को भी प्रियंका की गंगा यात्रा दिखाने की कोशिश करेगी.
19 मार्च को प्रियंका के लिए रखा गया है कार्यक्रम
प्रियंका गांधी के लिए 19 मार्च की शाम को वाराणसी के मशहूर अस्सी घाट पर एक स्वागत समारोह भी रखा गया है और वो 20 मार्च को दिल्ली रवाना होने से पहले काशी विश्वनाथ के दर्शन भी करेंगी.‘गंगा-जमुनी तहजीब यात्रा’ के दौरान कई कार्यक्रमों के साथ ही साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और समाज के कई वर्ग के लोगों से मुलाकात करेंगी. प्रियंका 20 मार्च को काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगी और फिर दिल्ली रवाना होंगी.
बता दें कि 23 जनवरी को कांग्रेस की महासचिव-प्रभारी नियुक्त होने के बाद से प्रियंका पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से लगातार मुलाकात कर रही हैं.
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