वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी
क्विंट की चुनावी यात्रा पहुंच चुकी है फतेहपुर सीकरी, इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर से क्विंट ने की खास बातचीत. राज बब्बर पहले मुरादाबाद से चुनाव लड़ने वाले थे लेकिन बाद में उन्हें फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस ने टिकट दिया. राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने से लेकर UP में SP-BSP गठबंधन तक राज बब्बर से बातचीत.
किन मुद्दों पर लड़ेंगे चुनाव? वो लोकल मुद्दे होंगे या राफेल जैसे मुद्दों को भी जनता के बीच लाएंगे?
इस क्षेत्र में मैं लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए आया हूं, और मेरे क्षेत्र की जो समस्या है वो मेरे लिए अहम है, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों को अगर मैं यहां लाऊंगा तो मैं सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करूंगा. और जनता का विश्वास मुझे पर नहीं होगा.
राहुल गांधी केरल से भी चुनाव लड़ने जा रहे हैं, और बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी को अमेठी में हारने का डर है इसलिए वायनाड से लड़ रहे हैं, क्या कहेंगे?
बड़ोदरा में हारने का डर नहीं था... प्रधानमंत्री मोदी को 2014 के चुनाव में हारने का डर नहीं था वो वाराणसी से भी लड़े और वडोदरा से भी लड़े. दो सीट से लड़ने का मतलब ये नहीं है कोई उम्मीदवार को हारने का डर है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लखनऊ से भी लड़े थे और गुजरात के गांधीनगर से भी लड़े.
क्या प्रियंका गांधी प्रचार करने आएंगी?
अर्जी तो डाली है
कितनी सीटें कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश में आ रही हैं?
ये देश की जनता फैसला करेगी, नेताओं के फैसला करने से कुछ नहीं होता
पहले आपको मुरादाबाद से टिकट दिया गया, आपको मुरादाबाद से यहां क्यों आना पड़ा?
इसके कई कारण होते हैं, ये मेरा गृह क्षेत्र है. मैं यहां पला बढ़ा हूं, मेरी पार्टी का आदेश था कि मैं मुरादाबाद जाऊं, मैं पिछली बार भी फतेहपुर सीकरी आना चाहता था, लेकिन गठबंधन की वजह से ये सीट किसी और दी गई थी, इस बार मैंने उनसे (जन अधिकार पार्टी) आग्रह किया, उन्होंने कहा कि मैं उन्हें कोई और सीट का इंतजाम कर दूं तो तो मेरी पार्टी ने और जन अधिकार पार्टी ने मेरी बात सुन ली और मुझे यहां से टिकट दे दिया.
बीजेपी 74 सीट का दावा कर रही है, कैसे रोकेंगे उन्हें?
हमें उन्हें रोकने की जरूरत नहीं है, जनता रोक देती है, उन्होंने कर्नाटक में 200+ कहा था, हमने नहीं रोका, जनता ने उन्हें रोक दिया. वो तो प्लस ही बोलते हैं, माइनस तो जनता करती है उन्हें.
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