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प्रद्युम्न मर्डर केस: बस कंडक्टर अशोक- पहले आरोपी, अब पीड़ित

8 सितंबर को 7 साल के प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी.

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पुलिस ने मुझे उल्‍टा लटकाकर बांध दिया और कहा कि हमारी बात मान ले, तेरे लिए सरकारी वकील करा देंगे, थोड़े दिन की बात है. मैंने कहा, मुझे छोड़ दो.
अशोक कुमार, प्रद्युम्न मर्डर केस में आरोपी

प्रद्युम्न मर्डर केस में आरोपी बस कंडक्टर अशोक कुमार द क्विंट से बात करते हुए पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया है. उसने बताया कि पुलिस ने उसे बांध कर उल्‍टा लटका दिया और जबरदस्ती उससे जुर्म कबूल करवाया.

8 सितंबर को 7 साल के प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी.
7 साल के प्रद्युम्न की 8 सितंबर को हत्या कर दी गई थी
(फोटो: द क्विंट)
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76 दिन बाद मिली जमानत

8 सितंबर को 7 साल के प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी.
गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को प्रद्युम्न की हत्या कर दी गई थी. उसका शव स्कूल के टॉयलेट में मिला था. इसके बाद हत्या के आरोप में अशोक को गिरफ्तार किया गया था.

गुरुग्राम पुलिस ने उस वक्त दावा किया था कि अशोक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. लेकिन जब ये मामला सीबीआई को सौंपा गया, तो उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले. हालांकि सीबीआई ने अभी अशोक को क्लीनचिट नहीं दी है. वो 76 दिन जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आया है.

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साजिश के तहत फंसाया

अशोक के परिवार और गांववालों का कहना है कि उसे बलि का बकरा बनाया गया है. अशोक की पत्नी ममता के मुताबिक:

मुझे यकीन था कि मेरे पति ने ऐसा कुछ नहीं किया था. प्रद्युम्न की उम्र के बराबर हमारे भी बच्चे हैं. दो महीने हमने बहुत मुश्किल से दिन काटे. बूढ़े मां-बाप हैं और कमाने वाला एक ही है. 

अशोक को उसके गांव का पूरा साथ मिला. गांववालों ने उसकी जमानत के लिए 50,000 रुपये जुटाए.

8 सितंबर को 7 साल के प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी.
प्रद्युम्न की हत्या के विरोध में लोगों का कैंडल मार्च
(फोटो: PTI)

सीबीआई ने इस मामले में प्रद्युम्न के ही स्कूल के 11वीं में पढ़ने वाले एक छात्र को गिरफ्तार किया है. सीबीआई के मुताबिक, सीनियर छात्र ने अपने जूनियर की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी, क्योंकि वो पीटीएम और स्कूल की परीक्षा को टालना चाहता था.

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