राहुल गांधी का कहना है कि मोदी सरकार ने UPA सरकार का ही इकनॉमिक मॉडल लिया और उसे लागू किया, जो नए जमाने में फेल हो गया. हिमाचल प्रदेश के सोलन में क्विंट के एडिटर इन चीफ राघव बहल और एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया से खास बातचीत में राहुल गांधी कहते हैं,
हमने 1990 में एक मॉडल को चलाया. हमने 2004 में इसमें थोड़ा बदलाव किया. इसने 2012 तक काम किया. हम ये समझते हैं कि 1990 का आर्थिक मॉडल 2019 में नहीं चलेगा. मोदी सरकार ने मनमोहन सिंह का मॉडल लिया और उसे लागू किया. नए जमाने में ये फेल हुआ. अब हमें अर्थव्यवस्था को नई नजर से देखना होगा.राहुल गांधी, अध्यक्ष, कांग्रेस
राहुल गांधी का कहना है कि मोदी सरकार 2004 मॉडल को फिर से लागू करना चाहती है, मनमोहन सिंह 2012 में कह चुके हैं ये मॉडल अब काम नहीं करेगा. राहुल गांधी ने ये भी कहा कि नरेंद्र मोदी खुद को राष्ट्रवादी कहते हैं लेकिन इकनॉमी को नुकसान पहुंचाकर उन्होंने देश के खिलाफ काम किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का 'न्याय' एक ऐसा मॉडल है, जिससे बेरोजगारी दूर होगी और अर्थव्यवस्था भी सही होगी.
रोजगार पैदा करना बड़ी चुनौती: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि इस वक्त बड़ी और युवा आबादी के लिए रोजगार पैदा करना बड़ी चुनौती है.
“न्याय से इकनॉमी ठीक होगी और बेरोजगारी दूर होगी. 21वीं सदी में गरीबी देश के लिए कोई मुद्दा होनी ही नहीं चाहिए. हमें इकनॉमी को जंप स्टार्ट देना है. इकनॉमी में लेन-देन हो तो ठीक रहता है, नरेंद्र मोदी ने इसे बंद करा दिया. लोग राष्ट्रवाद की बात करते हैं. जो सबसे बड़ा राष्ट्र विरोधी काम आप कर सकते हैं वो है अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना. नरेंद्र मोदी ने यही किया है. ‘न्याय’ योजना इसे ठीक करेगी”राहुल गांधी, अध्यक्ष, कांग्रेस
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