वीडियो एडिटर: पूर्णेंदू प्रीतम
पंजाब और महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के खाताधारक बुधवार को सड़कों पर उतर आए. इन सबकी मांग थी कि बैंक के साथ हुए ताजा मामले में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया दखल दे और जो दोषी हैं उनको सख्त सजा दे. जबकी मुंबई की अदालत ने हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इनफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) के निदेशक की पुलिस कस्टडी को बढ़ा दिया है.
बैंक के खाता धारक धरने में 'No Bail, Only Jail' और 'PMC culprits Beware: No Bail, Lammbi Jail' जैसी तख्तियां लेकर आए थे.
मुंबई के एस्पलेनैड कोर्ट ने 4 हजार 355 करोड़ के घोटाले के आरोप में पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयम सिंह और HDIL के निदेशक सारंग वाधवन और राकेश वाधवन की पुलिस हिरासत को 14 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया है.
वाधवन और उनके बेटे को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था वहीं वरयन सिंह को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था.
क्या कह रहे हैं बैंक के खाता धारक?
बैंक के खाता धारकों में खासा रोश देखने को मिल रहा है और सभी टेंशन में भी हैं. 61 साल के कीरीट शाह कहते हैं कि बैंक में उनके 3.5 से 4 करोड़ रुपये हैं और बीते तीन दिनों से टेंशन के मारे ढंग से कुछ खाया भी नहीं है. शाह ने बताया कि वो 30 सालों से बैंक के ग्राहक हैं. बैंक की सेवाएं अच्छी थी लेकिन कभी भी इस घटना के बारे नहीं सोचा था.
एक और ग्राहक ने कहा कि उनकी नवरात्रि और दशहरा काली बीती है. उनका कहना है कि अब लोग बैंक पर भी भरोसा नहीं कर सकते तो किस पर करें?
ग्राहकों ने इस बीच रिजर्व बैंक पर भी सवाल उठाया और कहा,
‘‘रिजर्व बैंक इतने दिनों से क्या कर रहा था? जब ये सब हो रहा था? रिजर्व बैंक किस बात की ऑडिटिंग कर रही थी? अगर रिजर्व बैंक ने अच्छे से ऑडिटिंग की होती को ऐसी नौबत नहीं आती और लोगों का पैसा सुरक्षित रहता.’’बैंक के खाताधारक
लोगों का ये भी आरोप है कि HDIL के मालिक हमारी मेहनत के पैसे से मौज कर रहे हैं. 54 साल के विजय मुंगाले जो कि 25 साल से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं कहते हैं कि उन्होंने अपने जीवन की सारी कमाई पीएमसी बैंक में जमा की थी और भरोसा किया था. मुंगाले ने ये भी कहा कि ‘‘HDIL के निदेशकों ने हमारे पैसों का गलत इस्तेमाल किया और प्रॉपर्टी खरीदी. लेकिन हमें बदले में क्या मिला? हम तो सड़क पर हैं.’’
इन तीनों के अलावा पुलिस ने पीएमसी बैंक के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर जॉय थॉमस को भी गिरफ्तार किया है और 17 अक्टूबर तक हिरासत में रखा है.
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