वीडियो एडिटर: मो इब्राहिम
क्विंट की टीम 2019 लोकसभा चुनावी कवरेज के लिए पहुंची गन्ना बेल्ट के नाम से मशहूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में. हम यहां ये पता लगाने पहुंचे कि हजारों करोड़ रुपये गन्ना किसानों की जिंदगी में कितनी मिठास डाल पाते हैं. लेकिन सिवाय शिकायत यहां से हमें कोई दूसरा जवाब नहीं मिला.
चीनी मिलों को जोरदार राहत पैकेज दिए जाने के बावजूद गन्ना किसानों की मुश्किलें बनी हुई हैं. दरअसल मिल से गन्ना किसानों के भुगतान में लापरवाही बरती जा रही है. नतीजा ये है कि किसानों का गुजारा मुश्किल हो रहा है. अपनी उपज मिलों को बेचने के बाद भी भुगतान न होने से किसान परेशान हैं. सरकार की तरफ से अक्सर ये सुनने को मिलता है कि गन्ना किसानों के लिए करोड़ों रुपये का पैकेज दिया गया.
लोकसभा चुनाव से पहले भी केंद्र सरकार ने पीएम-किसान योजना के माध्यम से लघु एवं सीमांत किसानों को साधने के लिए 6,000 सालाना देना शुरू किया, लेकिन गन्ना किसानों का बकाया कम होने के बजाए बढ़ता गया.
देखिए ग्राउंड रिपोर्ट.
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