बुधवार 2 अक्टूबर को सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पर केरल में एक कार्यक्रम के दौरान दक्षिणपंथी लोगों ने हमला करने की कोशिश की. ये घटना केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम की है जहां एक वैद्य महासभा का आयोजन किया गया था. स्वामी अग्निवेश को इस कार्यक्रम में बुलाया गया था. स्वामी अग्निवेश खुद बता रहे हैं वहां क्या-क्या हुआ.
जब पुलिसकर्मी भी हो गए असहाय
‘‘मैं तिरुवनंतपुरम आया था, यहां हमने 1 अक्टूबर को वसुधैव कुटुंबकम का प्रोग्राम लॉन्च किया कि सारा संसार एक है एक मानव परिवार है. इस उद्देश्य को लेकर के हम आगे काम करने की तैयारियां कर रहे थे. 2 अक्टूबर गांधी जयंती के मौके पर एक बहुत ही कड़वा अनुभव हुआ. पुज्यपुरा में मुझे एक पारंपरिक वैद्य के कॉन्फ्रेंस में बुलाया गया था. मैं जब वहां पहुंचा तो मुझे आयोजनकर्ताओं ने मंच पर बुलाया, जब मेरा परिचय हुआ तो वहां करीब 20 से 50 लोग इकट्ठा हो गए और आक्रमण करने की मुद्रा में आ गए. पुलिसकर्मी भी असहाय हो गए. ऐसे में मैंने सोचा कि हालात को और बिगड़ने न दिया जाए.’’स्वामी अग्निवेश
जिस संस्था ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था उसके सेक्रेटरी ने स्वामी अग्निवेश के खिलाफ नारे लगाए फिर उसका साथ देने कई और लोग भी जुड़ने लगे. डेक्कन हेराल्ड के मुताबिक इस मामले में 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
स्वामी अग्निवेश ने कहा ‘मुझे न बताएं हिंदू होने का मतलब’
‘‘गांधी जी के जन्मदिन के मौके पर जिसे सारी दुनिया में विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया जाता है. ऐसे दिन इन लोगों का मुझपर हमला करने आना और ये कहना कि अग्निवेश हिंदू नहीं है हिंदू विरोधी है. मुझे ये नहीं समझ आता कि हिंदू होने की क्या परिभाषा है ये वो तय करेंगे? मैं आर्य समाज से जुड़ा हूं आर्य समाज ने जो हिंदू समाज के लिए उपकार के काम किए हैं. वो इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है. सति प्रथा बंद कराई, कन्या भ्रूण हत्या बंद कराया, बंधुआ मजदूर हमने छुड़ाए जिसमें 95 फीसदी हमारे हिंदू दलित भाई बहन थे. ये सब करते करते मुझे 50 साल हो गए हैं. और ये मुझे बताना चाहते हैं कि मैं हिंदू विरोधी हूं.’’स्वामी अग्निवेश
‘दूषित पर्यावरण को खत्म करने के लिए कोशिश करें लोग’
‘‘केरल और पूरे देश में जो वातावरण बना हुआ है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. 2 अक्टूबर को ऐसा होना जब मुझे स्टेज से उतारा गया और भगा दिया गया ये एक दुर्भाग्यपूर्ण बात है. एक बात मैं संवेदना के साथ कहना चाहुंगा की समाज में जो जहर फैल रहा है एक तरह के अतिवाद फैल रहा ये कहां जाएगा? मुसलमानों के खिलाफ तो हो ही रहा है सब मॉब लिंचिंग हो रही है मेरे ऊपर भी हमले हुए. झारखंड में हुआ उसके बाद जब मैं अटल बिहार वाजपेयी के अंतिम दर्शन करने पहुंचा तब भी हमला हुआ. मुझे लगता है कि समाज को इसके बारे में संवेदना के साथ सोचना चाहिए और इसको ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए.’’स्वामी अग्निवेश
स्वामी अग्निवेश पर पहले भी कई मौकों पर दक्षिणपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हमले किए हैं.
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