Vijaya Dashmi 2021: विजयादशमी को रावण पर भगवान राम की जीत और भैंस दानव महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय के रूप में मनाया जाता है. विजयदशमी को दशहरा के नाम से भी जाना जाता है. नेपाल में दशहरा को दशईं के रूप में मनाया जाता है.
शारदीय नवरात्रि (Navratri) के नौ दिनों तक रामलीला का आयोजन होता है, जिसमें भगवान श्रीराम की पूरी कहानी को दर्शाया जाता है और महानवमी के बाद दशमी को रावण दहन किया जाता है. दशहरा वाले दिन रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को भी जलाया जाता है.
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी को विजयदशमी या दशहरे का त्योहार मनाया जाता है. जो इस साल 15 अक्टूबर के दिन पड़ा है. इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाते हैं.
दशमी तिथि प्रारंभ व समाप्त
दशमी तिथि प्रारंभ: 14 अक्टूबर 2021 को शाम 06 बजकर 52 मिनट से
दशमी तिथि समाप्त: 15 अक्टूबर 2021 को शाम 06 बजकर 02 मिनट तक
श्रवण नक्षत्र प्रारंभ व समाप्त
श्रवण नक्षत्र प्रारंभ: 14 अक्टूबर 2021 को सुबह 09 बजकर 36 मिनट से
श्रवण नक्षत्र प्रारंभ: 15 अक्टूबर 2021 को सुबह 09 बजकर 16 मिनट तक
Shubh Muhurat: विजय मुहूर्त प्रारंभ व समाप्त
विजय मुहूर्त: 15 अक्टूबर 2021 को दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से दोपहर 02 बजकर 48 मिनट तक. कुल ममय सिर्फ 46 मिनट का है.
Dussehra Puja Date Time: अपराह्न पूजा प्रारंभ व समाप्त
अपराह्न पूजा का समय: 15 अक्टूबर 2021 को दोपहर 01 बजकर 16 मिनट से दोपहर 03 बजकर 34 मिनट तक. कुल समय 2 घंटे 18 मिनट का है.
दशहरा का महत्व
दशहरा को बंगाल में बिजोया दशमी के रूप में मनाया जाता है. इस त्योहार को रावण पर भगवान राम की जीत के रूप में मनाते हैं. रावण के पुतले को जलाकर आतिशबाजी की जाती है. इस दिन शस्त्रों की भी पूजा की जाती है.
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