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रामनवमी पूजा को लेकर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हुई हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर एक घायल छात्रा की दो तस्वीरें वायरल हुई हैं. दोनों तस्वीरों को शेयर कर ये साबित करने की कोशिश की गई कि छात्रा ने चोट का झूठा नाटक किया. इसके अलावा, कभी तेलंगाना का पुराना वीडियो करौली हिंसा से जोड़कर शेयर किया गया तो कभी ये झूठा दावा किया गया कि 'द कश्मीर फाइल्स' के डायरेक्टर ने फिल्म की कमाई से 200 करोड़ दान कर दिए.
जहां कुछ यूजर्स ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की एडिटेड फोटो को सही मानकर शेयर किया जिसमें वो शराब की बोतल के साथ खाना खाते दिख रहे हैं, तो वहीं केजरीवाल का एक एडिटेड वीडियो भी वायरल हुआ जिसे इस झूठे दावे से शेयर किया गया कि केजरीवाल ने स्वीकारा है कि वो रिश्वत लेते हैं. वेबकूफ टीम ने ऐसे की फेक दावों की पड़ताल इस हफ्ते की और सच आप तक पहुंचाया. चलिए डालते हैं इन दावों पर एक सरसरी नजर
JNU में हुई हिंसा के बीच एक घायल छात्रा जिसका नाम अख्तरिस्ता है, की दो तस्वीरें वायरल हुईं. पहली तस्वीर में अख्तिरिस्ता को लगी चोट दिख रही है. तो वहीं दूसरी तस्वीर में वो एक अन्य छात्रा को संभालती दिख रही हैं, लेकिन उनके सिर में चोट नहीं है.
दोनों तस्वीरों को शेयर कर ये साबित करने की कोशिश की गई कि छात्रा ने पहले तस्वीर में खुद को लगी चोट दिखाई, फिर कुछ देर बाद देखा जा सकता है कि दूसरी तस्वीर में उसकी चोट गायब हो गई. यानी छात्रा ने चोट का झूठा नाटक किया.
पड़ताल में हमने पाया कि इन दो तस्वीरों के आधार पर फैलाया जा रहा नैरेटिव सही नहीं है. वायरल हो रही चोटिल छात्रा की तस्वीर उस तस्वीर के बाद ली गई थी, जिसमें वो सामान्य स्थिति में दिख रही है.
फोन में मौजूद डिटेल्स से पता चलता है कि चोट वाली तस्वीर बाद में ली गई. वो तस्वीर, जिसमें मधुरिमा बेहोश और अख्तरिस्ता उन्हें संभालती दिख रही हैं, मोबाइल में मौजूद डिटेल्स के मुताबिक वो 10 अप्रैल रात 8:15 बजे ली गई.
वह तस्वीर जिसमें अख्तरिस्ता घायल दिख रही हैं, वो 8:21 बजे ली गई. साफ है कि ये तस्वीर बाद की है.
घटना के अगले दिन यानी आज 11 अप्रैल को अख्तरिस्ता ने मीडिया को इंटरव्यू दिए हैं. जिसमें देखा जा सकता है कि उनके सिर में चोट और पट्टी लगी है.
सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा सच नहीं है कि वायरल हो रही तस्वीर में घायल दिख रही छात्रा की चोट अगली तस्वीर में ठीक हो गई. असल में जिस तस्वीर को बाद का बताया जा रहा है वो अख्तरिस्ता के घायल होने से पहले ली गई थी.
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राजस्थान के करौली में 2 अप्रैल को हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने लगा, जिसमें एक शख्स धमकी देता नजर आ रहा है. इस वीडियो को करौली में हुई हिंसा से जोड़कर शेयर किया गया.
पड़ताल में हमने पाया कि ये वीडियो राजस्थान का नहीं, बल्कि तेलंगाना के निजामाबाद का है और 2019 का है. निजामाबाद पुलिस ने भी पुष्टि की कि वायरल दावा फेक है. निजामाबाद पुलिस कमिश्नर के आर नागाराजू ने बताया कि ये घटना निजामाबाद की है और 2019 में हुई थी. आरोपी का नाम मोहम्मद अफजल है, जिसे सीआरपीसी की धारा 107 के तहत गिरफ्तार किया गया था.
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पीएम नरेंद्र मोदी के साथ डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री, एक्टर/प्रोड्यूसर पल्लवी जोशी और प्रोड्यूसर अभिषेक अग्रवाल की एक फोटो वायरल हुई. दावा किया गया है कि विवेक अग्निहोत्री ने अपनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' से होने वाली कमाई में से 200 करोड़ रुपये पीएम राहत कोष में दान किए हैं, जिसका इस्तेमाल कश्मीरी पंडितों के लिए किया जाएगा.
पड़ताल में हमने पाया कि वायरल दावे के साथ शेयर हो रही ये फोटो फिल्म के प्रोड्यूसर ने 'द कश्मीर फाइल्स' की रिलीज के एक दिन बाद 12 मार्च को ट्वीट की थी. इसके अलावा, ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिसमें इस बात की पुष्टि हो कि 200 करोड़ का दान किया गया है. हमें Aaj Tak पर एक आर्टिकल भी मिला, जिसमें अग्निहोत्री की टीम ने स्पष्ट किया था कि ये दावा सिर्फ एक अफवाह है.
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सोशल मीडिया पर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान की साथ में खाना खाते हुए एक फोटो वायरल की गई. फोटो में शराब की बोतल और कुछ भरे हुए ग्लास देखे जा सकते हैं. फोटो शेयर कर ये दिखाने की कोशिश की गई कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान खाने के साथ शराब पी रहे हैं.
हालांकि, पड़ताल में ये फोटो एडिटेड निकली. ये फोटो नवंबर 2021 की है, जब अरविंद केजरीवाल ने एक ऑटोरिक्शा चालक के घर में खाना खाया था.
हमें हमें AAP के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें ओरिजिनल फोटो मिली. ओरिजिनल और वायरल फोटो के बीच अंतर नीचे देखा जा सकता है कि कैसे एडिटिं के जरिए फोटो में शराब की बोतल और ग्लास जोड़ दिए गए हैं.
मतलब साफ है कि अरविंद केजरीवाल की ये फोटो एडिटेड है.
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दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल का एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें वो कथित तौर ये कहते नजर आ रहे हैं कि वो खुद, पंजाब सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के दूसरे नेता पैसे लेते हैं.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि इस वीडियो के एक हिस्से को एडिटिंग के जरिए काटकर हटा दिया गया है और दिखाने की कोशिश की जा रही है कि केजरीवाल रिश्वत लेने की बात स्वीकार कर रहे हैं.
मतलब साफ है, कि एक एडिटेड क्लिप शेयर की गई, ताकि ऐसा लगे कि केजरीवाल स्वीकार कर रहे हैं कि वो पैसे लेते हैं.
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