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मुलायम सिंह यादव, ईरान हिजाब प्रोटेस्ट, काबुल ब्लास्ट से जुड़े झूठे दावों का सच

न तो ईरान में प्रोटेस्ट कर रही महिलाओं ने कटे बालों का झंडा लहराया, न ही घाव के निशान वाली महिला की फोटो हाल की है.

टीम वेबकूफ
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>मुलायम सिंह यादव, काबुल ब्लास्ट से जुड़े झूठे दावों की पड़ताल</p></div>
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मुलायम सिंह यादव, काबुल ब्लास्ट से जुड़े झूठे दावों की पड़ताल

(फोटो: Altered by The Quint)

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इस हफ्ते कई घटनाएं हुईं, जिनसे जोड़कर कई फेक दावे भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए. 10 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन के बाद 11 अक्टूबर को उनका अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया गया. ऐसे में अंतिम संस्कार दिखाती किसी और की फोटो मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार की बताकर शेयर की गई.

अफगानिस्तान (Afghanistan) में सितंबर महीने में हुए बम धमाके से जोड़कर एक महिला की 6 साल पुरानी फोटो शेयर की गई. ईरान में चल रहे एंटी हिजाब प्रोटेस्ट से जोड़कर एक आर्टिस्ट के आर्टवर्क की 8 साल पुरानी फोटो भी शेयर की गई.

छ्त्तीसगढ़ में मूर्ति विसर्जन को लेकर दो गुटों में झगड़े का वीडियो भी झूठे सांप्रदायिक दावे से शेयर किया गया. इसी तरह केरल में श्री अनंतपद्मनाभ स्वामी मंदिर के पास झील में रहने वाली बबिया मगरमच्छ की मौत की खबर के बाद, पोर्टो रिको की पोचो मगरमच्छ की फोटो बबिया की बताकर शेयर की गई.

इस हफ्ते हमने ऐसी तमाम झूठे दावों की पड़ताल कर सच आपको बताया.

काबुल एजुकेशनल सेंटर में हाल में हुए ब्लास्ट से नहीं है इस फोटो का संबंध

चेहरे पर घाव के निशान दिखाती महिला की एक फोटो वायरल हुई. फोटो को अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) के एक एजुकेशन सेंटर में सितंबर महीने में हुए आत्मघाती हमले से जोड़कर शेयर किया गया.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

पड़ताल में हमने पाया कि इस तस्वीर का अफगानिस्तान के एजुकेशनल सेंटर में हुए विस्फोट से कोई संबंध नहीं है. फोटो 9 अप्रैल 2016 की है और इसमें अफगान एंटरटेनमेंट चैनल Tolo TV में काम करने वाली रजिया नूरीजाद दीदार दिख रही हैं. रजिया जिस बस में थीं उसे एक तालिबानी सुसाइड बॉम्बर ने उड़ा दिया था. इसमें 7 लोगों की जान गई थी.

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ईरान हिजाब प्रोटेस्ट से नहीं है कटे बालों से बने इस झंडे का संबंध

ईरान (Iran) में चल रहे हिजाब विवाद के बीच एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की गई, जिसमें कटे हुए बालों का एक झंडा लहराता दिख रहा है. दावा किया गया कि ईरान में प्रोटेस्ट कर रही महिला प्रोटेस्टर्स ने अपने बालों को काटकर उनका झंडा बनाया है.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

पड़ताल में हमने पाया कि ये फोटो एक विजुअल आर्टिस्ट ईडिथ डेकेट (Edith Dekyndt) का आर्टवर्क है, जो उन्होंने 2014 में ही क्रिएट कर दिया था. इसका हाल में ईरान में चल रहे विवाद से कोई संबंध नहीं है.

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मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार की नहीं है वायरल फोटो

एक शख्स को अंतिम संस्कार करते दिखाते एक फोटो शेयर की गई. दावा किया गया कि फोटो में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अपने पिता मुलायम सिंह यादव की चिता में आग लगाते दिख रहे हैं.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Navsatta)

पड़ताल में हमने पाया कि ये फोटो मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार की नहीं है. वायरल फोटो पत्रकार आशीष मिश्रा की है जिसमें वो अपने पिता का अंतिम संस्कार करते दिख रहे हैं. आशीष के पिता का निधन उसी दिन हुआ था, जिस दिन मुलायम सिंह यादव का हुआ था.

खुद आशीष मिश्रा ने ये फोटो फेसबुक पर पोस्ट की थी.

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छत्तीसगढ़ में मूर्ति विसर्जन को लेकर हुआ झगड़ा, नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल

ट्रक पर लाठी डंडों से हमला करते लोगों का वीडियो वायरल हुआ. दावा किया गया कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दुर्गा विसर्जन के दौरान हिंदुओं पर हमला किया.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

पड़ताल में दावा भ्रामक निकला. वीडियो को बिलासपुर का ही है, लेकिन झगड़े के पीछे सांप्रदायिक वजह नहीं थी. ये झगड़ा मूर्ति विसर्जन को लेकर दो अलग-अलग दुर्गा पूजा कमेटी के सदस्यों के बीच हुआ था. पुलिस ने भी पुष्टि की है कि दोनों पक्षों में शामिल लोग हिंदू थे.

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क्रोकोडाइल 'बबिया' नहीं 'पोचो' की है ये फोटो

केरल में स्थित श्री अनंतपद्मनाभ स्वामी मंदिर के पास मौजूद झील में रहने वाली मगरमच्छ बबिया की 9 अक्टूबर 2022 की रात मौत हो गई. बबिया की मौत की खबर आने के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स ने बबिया की एक फोटो शेयर शोक व्यक्त किया है. फोटो में एक शख्स मगरमच्छ का मुंह पकड़कर उससे दुलार करते दिख रहा है.

कई बड़े न्यूज ऑर्गनाइजेशन ने भी बबिया की मौत पर खबर छापी और स्टोरी में इसी फोटो का इस्तेमाल किया है.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

पड़ताल में हमने पाया कि वायरल फोटो बबिया की नहीं है. ये फोटो कोस्टा रिका के 'पोचो' नाम के एक मगरमच्छ और उसके मास्टर 'गिल्बर्टो शेडेन' को दिखाती है. जो इन दोनों पर बनी एक डॉक्युमेंट्री फिल्म से ली गई है.

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