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क्विंट हिंदी-गूगल की पहल ‘BOL’
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क्विंट हिंदी और गूगल के खास कार्यक्रम- ‘बोल- Love Your भाषा’ में भाषाओं की ऑनलाइन दुनिया को बदलने वाले तमाम लोग एक छत के नीचे इकट्ठा हुए.
YouTube पर छाना है तो अपनी भाषा को अपनाना है
भाषा जिंदा रहने के लिए रोज की खुराक है: गुलजार
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BOL | ऑनलाइन दुनिया में भारतीय भाषाओं के लिए कहां है पैसा?
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डिपार्टमेंट के लोग मुझे इंजीनियर समझते थे: नितिन गडकरी
BOL: नितिन गडकरी के ‘सफाई अभियान’ से कैसे बदले सरकारी दफ्तर?
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