शेयर बाजार में कंपनियों द्वारा IPO लाने का सिलसिला अगस्त में भी जारी रहेगा. भारत में पिज्जा हट, KFC, कोस्टा कॉफी जैसे फेमस फास्ट फूड रेस्टोरेंट चेन की सबसे बड़ी फ्रैंचाइजी देवयानी इंटरनेशनल भी 4 अगस्त को अपना इश्यू ला रही है. कंपनी पब्लिक इश्यू से मिलने वाले रकम का इस्तेमाल अपना कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए करेगी.
कब से कर सकते हैं IPO के लिए अप्लाई?
देवयानी इंटरनेशनल के इश्यू के लिए निवेशक 4 से 6 अगस्त के बीच अप्लाई कर सकते हैं. कंपनी IPO के रास्ते करीब ₹1,838 करोड़ जुटाने की उम्मीद कर रही है. कंपनी IPO के लिए ₹440 करोड़ के नये शेयर जारी करेगी. वहीं, कंपनी के वर्तमान निवेशक करीब 15 करोड़ 53 लाख शेयर 'ऑफर फॉर सेल' के जरिये बेचेंगे.
IPO में शेयर का प्राइस बैंड ₹86-90 का है. निवेशक कम से कम 165 इक्विटी शेयर (एक लॉट) के लिए अपनी रूचि दिखा सकते हैं. इस तरह रिटेल निवेशकों को इश्यू में कम से कम ₹14,850 का निवेश करना होगा.
रिटेल निवेशकों के लिए कितने शेयर आरक्षित?
रिटेल इन्वेस्टर्स को कुल इश्यू का केवल 10% ही शेयर मिल सकेगा. रिटेल इन्वेस्टर IPO में 2 लाख या उससे कम का निवेश करते हैं.
नॉन- इंस्टिट्यूशनल निवेशकों के लिये इश्यू का 15% कोटा रिजर्व है. नॉन- इंस्टिट्यूशनल निवेशक वैसे निवेशक होते होते है जो IPO में 2 लाख से अधिक राशि इन्वेस्ट करते हैं.
कंपनी के कुल इश्यू का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल निवेशकों के लिए रखा गया है. क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल निवेशक में सभी तरह के म्यूच्यूअल फण्ड, फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन, कमर्शियल बैंक, फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर आते हैं.
क्या करती है कंपनी?
देवयानी इंटरनेशनल यम ब्रांड्स (Yum Brands) की सबसे बड़ी फ्रेंचाइजी कंपनी है. यम ब्रांड्स ही KFC, पिज्जा हट और टाको बेल को ऑपरेट करती है. कंपनी भारत के 166 शहरों में 696 स्टोर को ऑपरेट करती है. भारत के अलावा कंपनी नेपाल और नाइजीरिया में मुख्यतः KFC और पिज्जा हट के रेस्टोरेंट को चलाती है.
कंपनी बहुत तेजी से नये शहरों में अपने प्रमुख फ्रैंचाइजी के स्टोर खोल रही है. कंपनी की प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि देवयानी ने पिछले छह महीनों में ऐसे 109 स्टोर खोले हैं.
देवयानी स्विगी (Swiggy) पर लिस्ट होने वाली भारत की एकमात्र सबसे बड़ी क्विक-सर्विस रेस्टुरेंट (QSR) कंपनी है. Zomato पर लिस्टेड ऐसीे कंपनियों में भी देवयानी इंटरनेशनल एक बड़ा नाम है. क्विक-सर्विस रेस्तरां (QSR) को ही बोलचाल की भाषा में फास्ट-फूड रेस्टुरेंट कहां जाता है.
कंपनी देशभर में कोस्टा कॉफी के भी 44 स्टोर को ऑपरेट करती है. देवयानी खुद भी कई ब्रांड्स चलाती है जिसमे वांगो (Vaango), फूड स्ट्रीट, मसाला ट्विस्ट, इले बार इत्यादि प्रमुख नाम है.
कंपनी के फाइनेंशियल पर डाले नजर-
कंपनी को पिछले तीनों वित्त वर्ष में घाटा हुआ है. मार्च 2021 को खत्म हुए FY21 में कंपनी को 63 करोड़ का नुकसान हुआ जो कि FY20 में कंपनी को हुए 121 करोड़ के लॉस की तुलना में कम है. कंपनी का रेवेन्यू 25% घटकर ₹1,135 करोड़ रहा.
कंपनी के आय का मुख्य स्त्रोत उसके प्रमुख ब्रांड (KFC, पिज्जा हट और कोस्टा कॉफी) हैं. कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 में कुल रेवेन्यू की 94% कमाई केवल कोर ब्रांड से ही की है.
क्या सोचते हैं एक्सपर्ट्स?
कंपनी के फंडामेन्टलस के साथ-साथ शेयर बाजार के सेंटीमेंट को देखते हुए, खुदरा निवेशक देवयानी इंटरनेशनल को लिस्टिंग गेन के साथ-साथ लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब कर सकते हैं. कंपनी के शेयरों की मांग आपूर्ति से काफी ज्यादा हैप्रशांत तापसे, वाईस प्रेसिडेंट, VP इक्विटी रिसर्च, मेहता इक्विटिस
कंपनी ने 19 मई को SEBI (सेबी) के साथ IPO के लिए ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्ट फाइल किया था.
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